हरियाणा के हिस्से की बिजली गुजरात भेजकर जनता का गला घोटने का कार्य कर रही है सरकार :सतपाल कौशिक
4/30/2022 5:08:41 PM
चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी ): हरियाणा प्रदेश में बिजली कटौती के कारण हाहाकर मचा हुआ है सभी उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं। किसानों की फसलें, गन्ना, सूरजमुखी, उड़द, मूंग, सब्जियां व अन्य फसलें सूखने के कगार पर हैं और सरकार हरियाणा के हिस्से की 487 मैगावाट(एक करोड़ 25 लाख यूनिट) बिजली गुजरात भेजकर प्रदेश की जनता का गला घोटने का कार्य कर रही है।
यह आरोप हरियाणा के प्रगतिशील किसान व सुयंक्त किसान मोर्चा के नेता सतपाल कौशिक ने लगाते हुए कहा कि ऑल इण्डिया इन्जीनियरिंग फैडरेशन ने जो केन्द्र को पत्र लिखकर हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया है कि हरियाणा के हिस्से की 487 मैगावाट बिजली गुजरात में दी जा रही है इस पर हरियाणा सरकार को स्थिति स्पष्ट करते हुए स्वेत पत्र जारी करना चाहिए और यदि किसी के दबाव में आकर हरियाणा सरकार इतने बिजली संकट में हरियाणा के हिस्से की बिजली गुजरात भेज रही है तो हरियाणा के मुख्यमंत्री व मंत्री को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
कौशिक ने कहा कि मौजूदा सरकार की करनी कथनी में जमीन आसमान का अन्तर है। क्योंकि सरकार ने पिछले 7 वर्ष से अधिक समय में बिजली उत्पादन के लिए कोई कार्य नहीं किया। केवल लोगों को आपस में लड़ाने व इवेंटस पर जोर देकर प्रदेश के विकास के ताने बाने को नष्ट करके रख दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने हजारों मैगावाट के बिजली यंत्र लगाए थे और हजारों पाईप लाईन में थे जिनको सरकार ने पूरा नहीं किया जिसके कारण आज हरियाणा में बिजली का गभीर संकट छाया हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ऐसी सरकार को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि गुजरात में जा रही बिजली को तुरंत वहॉं से रोककर हरियाणा को दें |