पिछली सरकारों के कार्यकाल में  अनदेखी का शिकार पंचकूला को मनोहर सरकार गुरुग्राम की तर्ज पर खड़ा कर रही है-गुप्ता

4/28/2022 4:17:20 PM

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचन्द गुप्ता ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में लंबे समय से अनदेखी का शिकार विकास से दूर रखे गए पंचकूला ने पिछले 7 साल में जो विकास की रफ्तार पकड़ी है।केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा करीब 5000 करोड रुपए की भारी-भरकम रकम के विकास कार्य करवाएं गए, उसे आम आदमी तक पहुंचाना इस रैली का लक्ष्य रहा। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल  350 करोड़ की योजनाओं का  शिलान्यास और उद्घाटन भी हुआ।पंचकूला के विकास का एक और महत्वपूर्ण कारण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी पंचकूला से गहरा नाता रहा है। 

गुप्ता ने कहा कि पंचकूला के विकास को लेकर मै प्रदेश के मुख्यमंत्री का धन्यवादी हूं। आज एक नई परिभाषा पंचकूला लिखने में कामयाब रहा है। लंबे समय से उपेक्षित पंचकूला आज चंडीगढ़ और मोहाली से किसी दृष्टि से कम नहीं है। लेकिन इसे और विकसित करना हमारा लक्ष्य है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केवल मोरनी क्षेत्र को पर्यटन स्थल विकसित करने को लेकर लगभग 100 करोड रुपए का बजट पास किया है। अगर यह क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में बड़ी पहचान बना पाने में सफल रहा तो पंचकूला और अधिक गति से आगे बढ़ पाने में सफल होगा।

गुप्ता ने कहा कि  इस बजट सत्र के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पंचकूला मेडिकल कॉलेज की पहले से ही घोषणा कर रखी है। पंचकूला में पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर लगभग तैयार है। 300 बेड का अस्पताल यहां पहले से मौजूद है। थोड़े से प्रयासों से ही यहां मेडिकल कॉलेज स्थापित होगा।इसके साथ-साथ नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी, 65 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन सेक्टर 20 से 25 तक घग्घर ब्रिज और आयुष का एम्स जैसे बहुत से विकास कार्य चल रहे हैं। उन्हें जल्द से जल्द पूरा करवाने के भी हमारे प्रयास हैं। मेट्रोपॉलिटन सिटी की गाइडलाइन के मुताबिक पंचकूला जल्द से जल्द डेवेलप हो, मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी पूर्ण रूप से जल्द कार्य करना शुरू कर देगी।

गुप्ता ने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 साल तक की कर्म स्थली पंचकूला रही है। जहां उन्होंने एक हिसाब से जीवन की बड़ी तपस्या की है। इसी का एक बड़ा लाभ पंचकूला को हो रहा है। एनएच 73 को 2014 से पहले लंबे समय तक पेंडिंग रहा, नरेंद्र मोदी द्वारा तुरंत सरकार बनने पर 1250 करोड़ की लागत से इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ। केंद्र सरकार द्वारा पंचकूला को आयुष ऐम्स का तोहफा दिया। जिसमें लगभग 500 करोड रुपए की लागत आएगी। इसका कार्य शुरू हो चुका है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी 150 करोड़ की लागत से बनेगी यह भी निर्माणाधीन है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक आस्था के प्रतीक माता मनसा देवी और गुरुद्वारा नाडा साहब के विकास के लिए 25-25 करोड़ रुपए की ग्रांट दी। प्रधानमंत्री की भावना और प्रेम तो पंचकूला के साथ है ही, मुख्यमंत्री ने भी यहां के विकास में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ी है।

गुप्ता ने कहा कि मुझे लगता है कि समस्या का बेहतर समाधान टेबल पर बैठकर ही सही ढंग से हो पाएगा। यह फैसला पहले ही 60-40 की रेशो से फाइनल हुआ हुआ है। लेकिन विधानसभा में अभी तक 40 में से मात्र 27 फ़ीसदी ही हरियाणा को मिल पाया है। जबकि फैसले के दौरान विधानसभा में कमरे- स्थान इत्यादि सभी सुनिश्चित किए गए थे। अब नव नियुक्त पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष से आशा है कि वह हरियाणा के हिस्से का क्षेत्र देने के बारे में अवश्य सोचेंगे। क्योंकि यह कोई नया मामला नहीं बल्कि इस बारे पहले ही हमारी तीन बैठकें हो चुकी हैं और हम पहले से उस पर क्लेम कर रहे हैं जो कि पंजाब चुनावों के कारण कुछ समय से यह प्रयास हमारे डिले हुए हैं। अब फिर से हम अपने 13 फ़ीसदी हिस्से को लेने के प्रयास शुरू करेंगे।

गुप्ता ने कहा कि   बेहद खुशी की बात है कि उकेंद यह तो मान लिया कि नए विधान भवन की आवश्यकता है। यह स्थान सूटेबल हो- अच्छा हो, यह हमारे प्रयास रहेंगे। कैपिटल कंपलेक्स की डेफिनेशन में साफ लिखा है कि लोकतंत्र के जुडिशरी, लेजीस्ट्रेचर, ब्यूरोक्रेसी यह तीन अंग है और इनकी मजबूती के लिए भवन कैपिटल कांपलेक्स के अंदर ही बनाया जाए। इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं है। हाई कोर्ट में भी कुछ समय पहले 20 कमरे और मल्टी लेवल पार्किंग बनाई गई है। मुझे लगता है कि विधानसभा और सचिवालय के नजदीक ही हमें जगह मिले तो ज्यादा बेहतर होगा।

ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा सी एम मनोहर लाल के प्रयासो से सरकारी विभागों व कार्यालयों की दृष्टि से प्रदेश की मिनी राजधानी कहे जाने वाले पंचकूला को वे विकसित पंचकूला बना और गुरुग्राम के बाद पंचकूला विश्व दर्शन का देश का दूसरा आदर्श महानगर बनाया जा रहा है।पंचकूला शहर का हर क्षेत्र में विकास किया जाएगा चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, उद्यम हो या सेवा क्षेत्र की परियोजनाएं हों।  पंचकूला शिवालिक की तलहटी में बसा गेटवे ऑफ  हरियाणा है। जिन नेताओं ने पंचकूला को एक छोटे से गांव से शहर के रूप में बसाया था और उसे आदर्श शहर बनाने का वायदा किया था सत्ता में आने के बाद वे उसे भूल गए और सभी परियोजनाएं गुरुग्राम में लेकर चले गए। हालांकि, गुरुग्राम प्रदेश की आर्थिक राजधानी है और यह विश्व के आईकन शहरों में शामिल है। विश्व की 200 से अधिक जानी-मानी फार्चून कंपनियों के कार्यालय गुरुग्राम में हैं। पंचकूला को भी गुरुग्राम के बराबर विकसित किया जाएगा।  

पिंजौर की 60 एकड़ भूमि में बनेगी फिल्म सिटी

ज्ञान चन्द गुप्ता ने कहा कि एच एम टी पिंजौर में 60 एकड़ भूमि पर फिल्म सिटी का निर्माण करवाया जा रहा है। बॉलीवुड के कई फि ल्म निर्माताओं ने यहां आने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में शीघ्र ही मेडीकल कॉलेज खोला जाएगा। इसके अलावा, दिल्ली स्थित एम्ज़ की तर्ज पर माता मनसा मनसा  देवी के पास आयूष का एम्ज बनाया जा रहा है। यहां निकट नेचर कैंप थापली में दिल्ली व केरल की तर्ज पर पंचकर्मा केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। इसी प्रकार, ओद्यौगिक दृष्टि से पंचकूला विकसित हो, इसके लिए बरवाला में एचएसआइआईडीसी द्वारा औद्योगिक संपदा वितसित की जा रही है।

गुप्ता ने कहा कि पंचकूला महानगर का लोगो लांच करके पंचकूला महानगरीय विकास प्राधिकरण की विधिवत शुरूआत करते हुए मुख्यमंत्री ने 175 करोड़ रुपये की दो परियोजनाएं प्राधिकरण को पहले चरण के लिए देने की घोषणा की है। इसके अलावा, सेक्टरों में मल्टीलैवल पार्किंग के लिए भी प्राधिकरण पीपीपी मोड के तहत कार्य करवाएगा और वीजीएफ गैप को सरकार वहन करेगी।मुख्यमंत्री ने जिन प्रमुख योजनाओं की घोषणा की है, उसमें 75 करोड़ रुपये की लागत से हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय कला सेंटर, 16 करोड़ रुपये की लागत से कजोली वाटर वक्र्स, पिंजौर, बरवाला व एमडीसी में 151 करोड़ रुपये के नये फायर स्टेशन शामिल हैं।  इसके अलावा, हाई राईज़ फायर ब्रिगेड के लिए 16 करोड़ रुपये, कालका में टांगरी नदी पर पुल तथा गांव बालदवाला के लिए डैम, नये नागरिक अस्पताल कालका के लिए 35 करोड़ रुपये, रायपुररानी पीएचसी को 25 बैड के रूप में विकसित करना, 25 लाख रुपये की लागत से पिंजौर बस स्टैंड का निर्माण, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पिंजौर के पास रिटेनिंग वॉल के लिए 50 करोड़ रुपये, दूनरायतन क्षेत्र में नई डिस्पेंसरी व स्कूलों को अपग्रेड करने की योजनाएं शामिल हैं।

 

 

Content Writer

Vivek Rai