खट्टर सरकार PMO से चलती है और पीएमओ RSS के ऑफिस से:  प्रदीप नारवाल

2018-03-16T03:05:05.693

चंडीगढ़(धरणी): जेएनयू के छात्र नेता प्रदीप नारवाल ने हरियाणा जिग्नेश मेवानी की रैली को लेकर कहा कि 18 तारीख को जींद में दलित मजदूर रैली का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिग्नेश मेवानी और गुजरात के विधायक इस रैली में आ रहे हैं। हरियाणा की राजनीति में सामाजिक फेरबदल किया जा रहा है। पिछले कई सालों से हरियाणा में दलितों का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। 

सरकार मुआवजे की बात करती है पर मुआवजा मिलता नहीं है। तमाम मुद्दों को देखा जा सकता है एक तरफ सरकार वायदा करती है और फिर मुकर जाती है। हम चाहते हैं कि जिन लोगों के साथ बेइंसाफी हुई है उनके लिए एक इमानदारी से लड़ाई लड़ी जाए। सरकार का फर्ज है लोगों को न्याय देना लोकतांत्रिक तरीके से हम सरकार को चुनते हैं। जब सरकार बात नहीं सुनेगी तो छात्रों का फर्ज बनता है कि समाज के सुधार की बात करें।

प्रदीप नारवाल ने कहा कि हरियाणा को 35+1 बिरादरी में बांट दिया गया है। आज 36 बिरादरियों को एक साथ आकर पूछना चाहिए था कि युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिलता। दलितों का हक क्यों नहीं मिलता। जितने भी कच्चे कर्मचारी हैं उन्हें पक्की नौकरियां क्यों नहीं दी जाती। दलित कर्मचारियों को एक समान लाभ क्यों नहीं मिलता है। सरकार एक बार लोगों को बहका सकती है पर बार-बार नहीं बहका सकती है।हरियाणा की बिरादरियों को लेकर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपनी पढ़ाई और समाज से संबंध रखता है वह इस बात से विश्वास नहीं रखेगा। 

उन्होंने कहा कि जो लोग बाबा साहब को मानते हैं हम उनसे सहमति रखते हैं। सबसे पहले विचार होना जरूरी है बाबा साहब ने कहा था कि सभी वर्गों को एक समान देखा जाए। भगत सिंह ने कहा था कि सभी समाज एक साथ ऊपर आकर रहें हम समानता चाहते हैं परिवर्तन नहीं। आरक्षण को लेकर कहा कि जब आरक्षण आया था तब जाति के आधार पर आरक्षण आया था। आज समाज उस आधार पर नहीं आया है कि आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाए।

साथ ही जींद रैली को लेकर उन्होंने कहा कि दिनेश खपड रजत कंचन सुरेंदर नाडा देशराज सरोहा तमाम लोग हमारे साथ हैं। हम इसे जिनंद तक सीमित नहीं रखना चाहते हम इसे पूरे हरियाणा में देखते हैं ना कि 1 जिले तक। हम हरियाणा में एक सामाजिक परिवर्तन चाहते हैं। हरियाणा में दलित स्वराज की मांग के साथ उतरना चाहते हैं। 

बाबा साहब ने कहा था कि दलितों का अलग से निर्वाचन हो। आज प्रदेश में दलितों के साथ उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है उनको न्याय नहीं मिल रहा है। नेता बड़े- बड़े वादे करते हैं पर उनको पूरा नहीं करते हैं। कृष्ण पंवार की निष्ठा अपने समाज से नहीं मुख्यमंत्री से है। हम चाहते हैं हरियाणा में दलित बोर्ड का गठन हो।

प्रदीप नारवाल ने कहा कि ईश्वर सिंह के साथ जब केस हुआ था तब सुरेंदर नारा देशराज  और मै खुद कृष्ण पंवार से मिले थे। उन्होंने कहा था कि हम ने आप की मांगें मान ली है पर पूरी कभी नहीं हुई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर कहा कि प्रदेश सरकार यहां से नहीं पीएमओ से चलती है और पीएमओ नागपुर आरएसएस के ऑफिस से चलता है।

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