उम्रदराज कर्मचारियों को पुन: नियुक्त कर युवाओं के भविष्य से खेल रही सरकार

2/17/2018 7:05:09 PM

चण्डीगढ़ (धरणी): ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के राज्य प्रधान हरिनारायण शर्मा व राज्य महासचिव बलवान सिंह दोदवा ने संयुक्त बयान जारी करते हुए बताया कि हरियाणा सरकार प्रदेश में पढ़े लिखे लाखों बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बजाय सभी विभागों से सेवानिवृत्त हुए 60-65 वर्ष के अधिकारी व कर्मचारियों को दोबारा से पुन: नियुक्ति देकर लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है तथा जानबूझकर बेरोजगारी को बढ़ावा दे रही है। जिसके कारण युवाओं में सरकार के प्रति नफरत पैदा हो रही है।

शर्मा व दोदवा ने बताया कि आज प्रदेश में बेरोजगारी का भारी बोलबाला है। लाखों युवा कई तरह की डिग्री व डिप्लोमे लिये रोजगार की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाते फिर रहे हैं। प्रदेश में रोजगार की भारी कमी होने के कारण एक चपरासी की नौकरी के लिए भी बी.ए, बी.एस.सी, एम.ऐ, एम.एस.सी युवक लाइन में खड़े होते हैं तथा जहां किसी भी पद पर 100 नियुक्तियां होती हैं तो लाखों बेरोजगार नवयुवक आवेदन करते हैं। लेकिन सरकार ने इन युवाओं की कोई चिन्ता नहींं है। 

सरकार प्रदेश में पढ़े लिखे बेरोजगार नवयुवकों को रोजगार देने की बजाय सेवानिवृत्त हुए अधिकारी व कर्मचारियों को पुन: नियुक्ति देकर लाखों बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है तथा युवाओं को अपराधों में लिप्त होने पर मजबूर कर रही है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में भारी बेरोजगारी व बढ़ती मंहगाई के कारण हजारों युवा अपराधों में शामिल हो रहे हैं। जिसके कारण हर रोज जगह-जगह लूटपाट, डकैती व मर्डर जैसी घटनाएं हो रही हैं। अगर सरकार ने सेवानिवृत्त हुए अधिकारी व कर्मचारियों को ही दोबारा नियुक्ति देनी है तो नौकरी में आयु की सीमा क्यों निर्धारित की गई है? इससे साफ जाहिर होता है कि या तो सरकार नवयुवकों को रोजगार नही देना चाहती या भर्ती करने में सक्षम नहीं है।

यूनियन ने चेतावनी दी है कि सरकार सेवानिवृत्त हुए अधिकारी व कर्मचारियों की नियुक्ति पर तुरन्त रोक लगाते हुए रोजगार की बाट जोह रहे नवयुवकों को रोजगार देने की प्रक्रिया शुरू करे ताकि प्रदेश में बेरोजगारी कम हो। अन्यथा ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन इसका डटकर विरोध करेगी तथा एक बड़ा आन्दोलन करने पर मजबूर होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।