सरकार जिस तरह किसान व जवान को आपस में लड़ा रही हैं उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा: सतपाल

5/20/2021 2:38:44 PM

चंडीगढ़ (धरणी) : सरकार जिस तरह से किसान व जवान को आपस में लड़ा रही हैं उसका उसको भविष्य में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। यह आरोप किसान नेता सतपाल कौशिक ने लगाते हुए कहा कि देश के लोकप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एक नारा दिया था, जय जवान जय किसान। यह नारा देश की खुशहाली का नारा था और इस नारे का भाव था कि जब तक देश में किसान और जवान खुशाल नहीं होंगे इनकी जय नहीं होगी, तब तक देश का विकास संभव नहीं है। लेकिन आज की सरकार किसान और जवान को आमने सामने करके एक दूसरे को उसके खून का प्यासा बनाने के लिए खड़ी है।

उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीने से देश के लाखों किसान दिल्ली बॉर्डर पर व टोल प्लाजा पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं और सरकार ने जनवरी से बातचीत के दरवाजे बंद किए हुए हैं, क्या सरकार के लिए शर्म की बात नहीं होनी चाहिए ।क्योंकि लोकतंत्र में जनता द्वारा बनाई गई सरकार लोगों की आवाज सुनने के लिए होती है दबाने के लिए नहीं। कौशिक ने कहा देश में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान सैकड़ों किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन आज तक भी सरकार ने किसानों के प्रति सहानुभूति रखते हुए कभी भी दुख व्यक्त नहीं किया।

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पूर्ण रूप से विफल हो चुकी है खेती में प्रयोग होने वाले खाद में 30% से ज्यादा वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ के रख दी है।  उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता को तो गांव में ही मरने के लिए मजबूर किया जा रहा है और देश के वीआईपी वेदांता हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि वह देश की जनता की रक्षा करने में पूर्ण रूप से असफल हो चुकी है।

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Content Writer

Manisha rana