बड़ा घोटाला : 90 करोड़ का धान डकार गए राइस मिलर्स, ब्याज सहित रिकवरी करेगी सरकार(VIDEO)

1/9/2020 6:26:04 PM

चंडीगढ़ (धरणी) :  प्रदेश में राइस मिलर्स के वेरिफिकेशन के दौरान 90 करोड़ का घोटाला सामने आया है । इस वेरिफिकेशन में काफी बड़ी संख्या में राइस मिलर्स के यहां पर जीरी के स्टॉक में खामियां मिली थी। विभाग के एसीएस पी के दास ने साफ कर दिया था कि जांच पड़ताल में जहां-जहां खामियां मिली हैं सभी को नोटिस तो जारी कर ही दिया वहीं उनसे सरकार को हुए इस घाटे की ब्याज सहित रकम की वसूली जाएगी ।  

उन्होंने कहा कि धान की ढुलाई के दौरान भी पूरी नजर रखने के लिए इस दौरान उपयोग में लाने वाले ट्रकों में जीपीएस फिट किया जाएगा ।  उनकी आवाजाही पर भी विभाग पूरी तरह से विभाग लगातार नजर बनाए रखेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि जिन मिलों के स्टॉक में कमी पाई गई, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उन्होंने बताया कि जवाब मिलने के बाद गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि धान खरीद पर खर्च होने वाले लगभग 90 करोड़ रुपये को ब्याज सहित वसूल किया जाएगा। इसके अलावा, अनियमितता की संवेदनशीलता के आधार पर एफआईआर दर्ज करने और ब्लैकलिस्ट करने जैसे अन्य विकल्प भी अमल में लाए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि वैरिफिकेशन के दौरान, 205 मिलों के स्टॉक में 5 टन तक कमी पाई गई। इसी प्रकार, 134 मिलों के स्टॉक में 5-10 टन तक, 248 मिलों में 10 से 25 टन तक, 325 मिलों में 25 से 50 टन तक और 295 मिलों के स्टॉक में 50 टन से अधिक की कमी पाई गई। उन्होंने बताया कि करनाल जिले में सबसे अधिक 284 मिलों के स्टॉक में कमी पाई गई। उसके बाद कुरुक्षेत्र में 236 मिलों में, अंबाला में 185 मिलों में, फतेहाबाद में 168, यमुनानगर में 150 और कैथल में 115 मिलों के स्टॉक में कमी पाई गई।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि फिजिकल वैरिफिकेशन के लिए लगभग 300 टीमों को प्रतिनियुक्त किया गया था। उन्होंने बताया कि वैरिफिकेशन के दौरान, विभाग ने आवंटित धान, मिलों की मिलिंग क्षमता, मिलों के पास चावल की उपलब्धता और एफसीआई को दिये गए चावल और मिलों के पास बचे हुए धान स्टॉक का वैरिफिकेशन किया गया।एक सवाल का जवाब देते हुए, अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि वैरिफिकेशन के संबंध में आज तक किसी भी राइस मिलर्स द्वारा कोई आपत्ति दर्ज नहीं करवाई गई है।

 

Isha