क्षेत्र के जंगल में दोबारा पहुंचा टिड्डी दल, मेवात की तरफ जाने के बाद किसानों ने राहत की सांस(VIDEO)

6/30/2020 8:49:04 PM

होडल (मधुसूदन): बीती देर सांय तेज हवा के साथ आई बरसात से पहले ही हजारों की संख्या में टिड्डी दल ने पेड़ों और फसल पर डेरा जमा लिया। क्षेत्र में पहुंचे टिड्डी दल ने एक बार फिर से क्षेत्र के किसानों की चिंता बढ़ा दी। जंगल में टिड्डियों के पहुंचने की सूचना मिलते ही एसडीएम अमरदीप सिंह, कृषि विभाग के एसडीओ कुलदीप सिंह, खंड कृषि तकनीकि अधिकारी रामदेव, क्षेत्रीय पटवारियों के साथ जंगल में पहुंच गए और दमकल व पिकअप गाडिय़ों तथा स्प्रे मशीनों के माध्यम से खेतों में फसल और पेड़ों पर दवा का छिड़काव कराया।

हालांकि किसानों द्वारा टिड्डी बैठने से फसल को नुकसान बताया जा रहा है, लेकिन अभी नुकसान का आंकलन नहीं किया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों और किसानों की तत्तपरता के चलते टिड्डी दल मंगलवार दोपहर से पहले ही मेवात की तरफ चला गया। जिसके बाद क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली।

कृषि विभाग के अनुसार टिड्डी दल से फसल और पेड़ों को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। इससे पहले 27 जून की देर सांय भी टिड्डी दल ने होडल व आसपास के दर्जनों गांवों के जंगल में पेड़ों पर अपना डेरा जमा लिया था। बाद में किसानों और प्रशासन की तत्तपरता के बाद टिड्डी दल यमुना नदी पार कर यूपी की तरफ भाग गया था। 



बीती देर सायं तेज हवा के साथ हजारों की संख्या में आसमान में टिड्डियां उड़ती देख किसानों ने खेतों की तरफ रुख कर लिया। क्षेत्र के किसानों ने अपने अपने तरीकों से टिड्डी को भगाने का प्रयास किया लेकिन रात का अंधेरा होने के कारण टिड्डियों ने पेड़ों पर अपना डेरा जमा लिया।  इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन पहले से ही अलर्ट था। जंगल में दोबारा से टिड्डी दल के पहुंचने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने दमकल की गाडिय़ों के माध्यम से खेतों में खड़ी फसल और पेड़ों पर दवा का छिड़काव कराना शुरु कर दिया।

खेतों पर पहुंचे टिड्डी दल को किसी ने थाली, ढोल, बाजे, तेज आवाज के अलावा अन्य धुनी यंत्र बजाकर उन्हें भगाने का प्रयास किया तो कुछ किसान खेतों पर धूंआ आदि कर टिड्डी दल को भगाने में जुट गए। हालांकि टिड्डी दल ने रात का समय पेडों और कुछ फसल पर ही गुजारा,लेकिन किसानों और प्रशासन की मुस्तैदी के चलते मंगलवार को दोपहर से पहले ही टिड्डी दल ने मेवात की तरफ रुख कर लिया। जिसके बाद ही क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली।

Shivam