शादी के एक साल बाद लॉकडाउन में हुई दूल्हा दुल्हन की अनोखी विदाई, धूमधाम से पूरी हुई रस्म

4/26/2020 10:34:43 AM

साेहना(सतीश): मध्य प्रदेश के जिला पन्ना के रहने वाले रूपलाल व संजो की शादी 23 मई 2019 को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार सम्पन हुई थी, लेकिन शादी के बाद होने वाली विदाई की रस्म जिसे गोना भी कहा जाता है वह अधूरी थी, यानी कि शादी के बाद से वधु अपने मायका में रह रही थी और वर भी अपने परिवार के साथ।



26 अप्रैल की रात 9 बजे का निकला था विदाई का मुहूर्त
इनकी विदाई का मुहूर्त 26 अप्रैल की रात 9 बजे का निकला था। जिसे लेकर दोनों परिवारों के लोग चिंचित थे। लाॅकडाउन के बीच यह रस्म शनिवार काे हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार पंडित के मंत्रो के बीच धूमधाम के साथ सोहना के अग्रसैन भवन में संपन्न कराई गई। जहां पर ठहरे प्रवासी श्रमिकों के परिवार की महिलाओं ने वधु पक्ष की तरफ से महिला संगीत भी रखा। इस दाैरान श्रमिक वर पक्ष की तरफ से मौजूद रहे। इस विदाई रस्म के बाद वर व वधु की जोड़ी काफी खुश दिख रही है।

दाेनाें परिवार गुरुग्राम में अलग- अलग स्थानाें पर करते हैंं नाैकरी
दरअसल, ये दोनों परिवार शादी के कुछ समय बाद गुरुग्राम आ गए थे। यहां दोनों ही परिवार के लोग अलग अलग स्थानों पर नाैकरी करते थे। लेकिन देश में लॉकडाउन घोषित किए जाने के बाद दोनों ही परिवार अपने अपने गांव वापस वापस जा रहे थे। लेकिन संजोग देखिए कि दोनों ही परिवार के लोगों को सोहना के अग्रसैन भवन में बनाए गए शैल्टर हाउस में ठहरा दिया गया।



जहां पर दोनों परिवार के लोगों ने शैल्टर हाउस में ठहरे प्रवासी श्रीमिकों को खाना देने वाले संस्था उन्नति रोटरी रसोई की चेयरपर्सन बबिता यादव को विदाई मुहूर्त के बारे में बताया। वहीं वधु पक्ष के गांव के सरपंच ने भी उक्त संस्था को फोन कर वर वधु की विदाई की रस्म को पूरा कराने के लिए आग्रह किया।

जिसके बाद उन्नति चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से वर व वधु के कपड़े सौंदर्य का समान, आर्टिफिशियल ज्वेलरी आदि समान मुहैया कराया गया व विदाई की रस्म की रीति रिवाज के अनुसार पंडित बुला कर मंत्रो के जाप के बीच पूरा कराया गया। इस अवसर पर शैल्टर हाउस में ठहरे सभी प्रवासी श्रमिकों को हलवा, पूड़ी, खीर व लड्डू की दावत देकर खाना खिलाया गया।

Edited By

vinod kumar