बढ़ता जा रहा स्मॉग का कहर, वाहन रेंगने को मजबूर

11/9/2017 12:08:06 PM

चंडीगढ़(धरणी):स्मॉग का प्रकोप बुधवार को भी जारी रहा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक रेंग-रेंगकर चलता नजर आया। इस दौरान सड़क हादसों की सूचनाएं मिली हैं। पिपली-अम्बाला की बीच दृश्यता 50 मीटर, पिपली से करनाल 30 मीटर, करनाल से पानीपत 30-35 मीटर, पानीपत से दिल्ली 50 मीटर आंकी गई। पर्यावरण विभाग स्मॉग का प्रमुख कारण पराली को जलाना मान रहा है। अब तक आंखों में जलन करने वाले स्मॉग ने बुधवार को दूसरी अंगड़ाई ली और सर्द मौसम का आगाज भी हो गया। इसके साथ ही सड़क पर वाहनों की गति धीमी हो गई।

जी.टी. रोड पर पुलिस नदारद
जी.टी. रोड  पर कहीं भी ट्रैफिक पुलिस, हाईवे पुलिस,पी.सी.आर. व जाम की स्थिति से निपटने के लिए पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्रेन भी नजर नहीं आई।

अभी और परेशान करेगा धुंध व धुआं : पाल
मौसम विभाग चंडीगढ़ के इंचार्ज सुरेंद्र पाल का कहना है कि अगले 48 घंटे मौसम में सुबह व शाम के समय कोहरा ऐसे ही बना रहेगा, क्योंकि मौसम प्रक्रिया, हवा की गति व दिशा के कारण स्थिति ऐसे ही बनी रहेगी। सुरेंद्र पाल ने कहा कि हरियाणा के भिवानी, जींद, हिसार, सिरसा  व पंजाब में अमृतसर, भटिंडा, फरीदकोट, संगरूर, बरनाला व लुधियाना ऐसे क्षेत्र हैं जहां आज भी दृश्यता कई जगह 50 मीटर से कम रही व कई जगह जीरो भी रही।

यही स्थिति अगले 48 घंटे भी रहेगी, धुंध व धुएं का मिश्रण परेशानी रखेगा। पूर्वी हवा चलने के कारण यह स्थिति बनना भी एक कारण है। धुंध नहीं धुआं है ठंड के आगाज से धुंधली परत छाने लगी है। विशेषज्ञों के अनुसार यह धुंध नहीं है। यह आसमान की निचली परत में फैला पराली, वाहनों, उद्योगों की चिमनियों का जहरीला धुंआ व धूल मिट्टी के कण हैं। इस कारण खुले में चलने व ड्राइव करते समय आखों में जलन होती है। इससे आंखों में इन्फैक्शन का डर रहता है।

लोग पराली जलाने से नहीं आ रहे बाज
जी.टी. रोड पर नीलोखेड़ी से पिपली की ओर 13 किलोमीटर दूर थोड़ी-सी धूप निकलते ही दोपहर 3 बजे के आसपास खेतों में पराली जलाते लोग नजर आए। स्मॉग व धुंध के चलते हो रही बीमारियों व वातावरण से निपटने के लिए मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे रखे हैं कि पराली जलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।