गुरमीत के गनमैन ने खोले कई राज, हनीप्रीत के एक इशारे पर हुआ दंगा

12/8/2017 6:17:47 PM

पंचकूला(ब्यूरो): डेरा सच्चा सौदा सिरसा प्रमुख व दुष्कर्म मामलों में जेल में बंद गुरमीत राम रहीम सिंह का एक गनमैन ने डेरा सच्‍चा सौदा को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए हैं। इससे हनीप्रीत और विपासना के लिए मुसीबत बढ़ गई है। गनमैन ने पुलिस के सामने 17 अगस्त को रची गई पूरी साजिश की पोल खोल दी है। यह गनमैन इस बैठक का चश्मदीद है और अब सरकारी गवाह बन गया है।

हरियाणा पुलिस का प्रधान सिपाही विकास कुमार बना सरकारी गवाह
67 गवाहों की सूची में हरियाणा पुलिस का प्रधान सिपाही विकास कुमार भी शामिल है। वह 2008 से गुरमीत राम रहीम सिंह की सुरक्षा में तैनात था। वह अक्सर डेरे में ही रहता था। विकास कुमार ने बतौर गवाह पुलिस को बताया है कि 25 अगस्त को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेशी से पूर्व 17 अगस्त को डेरे में हनीप्रीत और डॉक्टर आदित्य की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इसमें डेरा चेयरपर्सन विपासना भी मौजूद थीं। इसके अलावा बैठक में चमकौर सिंह, दिलावर इंसां, महेंद्र, गोबिंद, जसवीर, गोपाल, सुरेंद्र धीमान, गोबी राम, राकेश अरोड़ा, दान सिंह सहित 45 सदस्यीय कमेटी के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। 

सुरक्षा बल भी थे निशाने पर
विकास कुमार ने बताया है कि हनीप्रीत की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया था कि 25 अगस्त तक पंचकूला में लाखों की भीड़ जुटाई जानी है। यदि गुरमीत के खिलाफ फैसला आता है तो संगत द्वारा पंचकूला में दंगे, फसाद, आगजनी करवाई जाएगी। अगर सुरक्षा बल उन्हें रोकने की कोशिश करेंगे तो उन पर भी हमला किया जाएगा। गुरमीत को हर हालत में पुलिस हिरासत से भगा लिया जाना है। 

बाहरी राज्यों से संगत लेकर आने वाली थी पेट्रोल
राम रहीम को भगाने के लिए ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब एवं हरियाणा से संगत इक_ा करने का निर्णय किया गया था। यह संगत अपने साथ पत्थर, डंडे, पेट्रोल लेकर आएगी। इसकी रणनीति भी इसी बैठक में बनाई गई थी। 

हनीप्रीत के गर्दन हिलाने पर टिका था फैसला
बैठक में निर्णय लिया गया था कि गुरमीत के अमले में ही भारी मात्रा में हथियार पंचकूला पहुंचाए जाएंगे। विकास बताया है कि बैठक में निर्णय हुआ था कि 25 अगस्त को हनीप्रीत गर्दन हिलाकर राकेश को उपद्रव करवाने के लिए इशारा करेगी। 

इनको सौंपी थी ये ड्यूटी
-चमकौर सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी कि वह किन जगहों पर दंगे करवाने हैं, उन्हें चयनित करेगा।
-डेरा पदाधिकारियों के खानपान के लिए खैराती लाल की ड्यूटी लगाई गई थी। 
-डेरा प्रमुख को कोर्ट कांप्लेक्स से भगाने की जिम्मेदारी राकेश कुमार पीए, ड्राइवर फूल सिंह, प्राइवेट पीएसओ प्रीतम सिंह, पंजाब पुलिस के पीएसओ कर्मजीत सिंह को सौंपी गई थी।
-गोबी राम, राम सिंह चेयरमैन की ड्यूटी जमा हुई भीड़ को हालात अनुसार निर्देश देने के लिए लगाई गई थी। 
-चमकौर सिंह को उक्त बैठक में पंचकूला की व्यवस्था के लिए कुछ रकम डेरे से देने का फैसला हुआ था। जिस पर सभी पदाधिकारियों ने सहमति जताई थी। 

दबाव के कारण चुप था विकास
विकास कुमार अकेला ऐसा चश्मदीद गवाह है, जिसने इस बैठक में हिस्सा लिया और सारी बातें सुनी थी। विकास कुमार ने पुलिस के समक्ष माना है कि वह गुरमीत के सरकार व प्रशासन में प्रभाव के चलते चुप रहा। मगर 25 अगस्त को पंचकूला में हुई आगजनी से दुखी होकर उसने सरकारी गवाह बनने का फैसला किया।