भीम अवार्ड से सम्मानित व 16 बार गोल्ड जीतने वाली गुरमेल को नहीं मिली जॉब

10/13/2018 10:36:44 AM

कैथल: प्रदेश के सर्वोत्तम खेल पुरस्कार भीम अवार्ड से सम्मानित एवं देश की तरफ से 11 बार इंटरनैशनल प्रतियोगिता में खेलते हुए 2 बार गोल्ड व 16 बार नैशनल प्रतियोगिता में गोल्ड, 7 सिल्वर मैडल व 6 ब्रांज मैडल जितने वाली गुरमेल कौर को अभी तक खेल कोटे से सरकार की तरफ से कोई नौकरी नहीं मिल पाई है। गुरमेल कौर फिलहाल गांव गुहणा (कैथल) स्थित सरकारी स्कूल में एजु स्पोर्ट्स कम्पनी की तरफ से कांट्रैक्ट बेस पर वी.टी.सी. (वोकेशनल ट्रेनर) खेल कोच के रूप में जॉब कर रही हैं। गांव खानपुर स्थित स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय खेल महाकुंभ में पहुंची गुरमेल कौर को उपायुक्त धर्मबीर सिंह ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। 

यहां पर गुरमेल कौर ने पंजाब केसरी से बातचीत में बताया कि उसका गांव धनौरी (जींद) है। उसने छठी कक्षा से ग्रैजुएशन तक की पढ़ाई शाह सतनाम जी गल्र्स स्कूल सिरसा से पूरी की और यहीं से हैंडबाल खेलना शुरू किया। गुरमेल कौर हरियाणा व इंडिया हैंडबाल टीम की लंबे समय तक कैप्टन भी रही। 2006 से 2016 तक वह टीम इंडिया की सदस्य रही और कई बार टीम की कैप्टन बनने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। उसने इंडिया की तरफ से जांबिया में, 2015 में एशियन चैम्पियनशिप जकार्ता में, स्पेन वाइल्ड यूनिवॢसटी चैम्पियनशिप, साऊथ एशियन गेम्स में हिस्सा लिया और कई बार गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रांज मैडल प्राप्त किए। 

गुरमेल कौर की उपलब्धियों को देखते हुए वर्ष 2014-15 में प्रदेश सरकार की तरफ से उन्हें तत्कालीन राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, खेल मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओ.पी. धनखड़ एवं राज्यमंत्री कृष्ण बेदी द्वारा भीम अवार्ड से नवाजा था। भीम अवार्ड हर वर्ष प्रदेश के मात्र 3 खिलाडिय़ों को दिया जाता है। गुरमेल कौर ने कहा कि उसने अपने खेल में बैस्ट दिया है लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई नौकरी नहीं मिल पाने का मलाल है। गुरमेल कौर ने कहा कि उसने खेल कोटे से (सी) कैटेगरी में नौकरी के लिए आवेदन किया हुआ है अब देखना यह है कि सरकार कब उन्हें नौकरी देती है।
 

Rakhi Yadav