हुड्डा सम्माननीय नेता प्रतिपक्ष हैं, उनके सम्मान को ठेस पहुंचे तो यह सोचना भी बहुत गलत बात: ज्ञान चंद

8/21/2021 9:01:37 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा सेशन के लिए कूच करते विपक्ष के नेता अपने-अपने तरीके से सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विधानसभा में पहुंचे थे। जहां पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा बदसलूकी किए जाने का मामला सामने आया। जिस पर हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रदेश के सम्माननीय नेता और नेता प्रतिपक्ष हैं। दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और उनके सम्मान को ठेस पहुंचे तो यह सोचना भी बहुत गलत बात है। 

उन्होंने कहा कि मैंने यह मामला प्रिविलेज कमेटी को सौंपा है। प्रिविलेज कमेटी के सामने संबंधित अधिकारी-कर्मचारी द्वारा जो तथ्य पेश किए जाएंगे और भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा जो लिख कर दिया गया है उनके आधार पर अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा किसी भी प्रकार की चूक की गई है तो कमेटी जिस भी प्रकार की कार्यवाही का निर्णय लेगी, वह किसी भी स्तर का अधिकारी कर्मचारी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही अवश्य की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रिविलेज कमेटी के पास बिजनेस कितना है, कितने केस हैं, उसे देख कर कमेटी प्रिविलेज कमेटी निर्णय करती है। लेकिन मेरा मानना है कि प्रिविलेज कमेटी तथ्यों के आधार पर जल्द से जल्द निष्कर्ष तक पहुंचे यह कमेटी को मेरी हिदायत है।

ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र में विधायक और विधायिका दोनों ही सुप्रीम है। विधायक का मान सम्मान और विधायिका के निर्णय-कार्यशैली कार्यपालिका को इंप्लीमेंट करने चाहिए। अगर हमें लोकतंत्र को मजबूत करना है तो हमें विधायक और विधायिका को और मजबूत करना होगा और विधायकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। चाहे वह कमेटियों के अंदर हो या जन समस्याओं को दूर करने के लिए हो। गुप्ता ने हाल ही में कमेटियों से रुखसत किए गए कुछ विधायकों पर चर्चा करते हुए कहा कि अगर कोई भी सदस्य लगातार तीन बार कमेटी की बैठक को अटेंड नहीं करता, कमेटी के चेयर पर्सन द्वारा दी गई सूचना के बाद यही कार्यवाही बनती है और इनमें से कुछ विधायक तो ऐसे हैं जिन्होंने आज तक कमेटी की एक भी बैठक को अटेंड नहीं किया था। इसलिए हमें यह फैसला लेना पड़ा। गुप्ता ने बताया कि सेशन में दो प्राइवेट मेंबर बिल भी आए थे। लेकिन कानूनी सलाह के बाद उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया है। उन पर कानूनन डिस्कस नहीं किया जा सकता।

विपक्ष के कुछ नेताओं द्वारा सेशन को और लंबा किए जाने की मांग पर गुप्ता ने बताया कि विपक्ष के नेता द्वारा बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में सेशन को एक हफ्ते बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन मैंने उनसे निवेदन किया था कि अगर विधाई कार्य बकाया हैं, जिन पर चर्चा की आवश्यकता है, अगर ऐसे मुद्दे हैं तो एक हफ्ता नहीं अगर 2 हफ्ते की भी जरूरत होगी तो हम इसे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। गुप्ता ने बताया कि कल सेशन का तीसरा दिन है। लेकिन डबल सेटिंग की आवश्यकता नहीं है। अगर कोई विधाई कार्य बकाया होगा तो हम इसे और आगे एस्टेंड कर सकते हैं।

इस मौके पर पत्रकारों को विधानसभा में एंट्री की परमिशन न देने बारे विपक्ष के मुद्दे पर जवाब देते हुए ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि विपक्ष के लोग इस प्रकार की बातें इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनके पास कोई मुद्दा नहीं रहा। यही व्यवस्था पिछले तीन सत्रों के दौरान से की जा रही है। सभी मीडिया के मित्रों से सलाह करके उनके बैठने की व्यवस्था हरियाणा भवन में की गई है और व्यवस्था पहले से बेहतर है और पत्रकार साथी इससे खुश हैं। हम कोविड प्रोटोकॉल की पालना कर रहे हैं। तीसरी लहर न आए इसके लिए यह कदम अति आवश्यक है और हमने पत्रकार साथियों, विधायकों या अधिकारी कर्मचारियों के लिए भी व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। 

विधानसभा में सेटिंग व्यवस्था ज्यादा पत्रकारों की नहीं हो सकती थी। जिसके लिए यह व्यवस्था की गई है। लेकिन विपक्ष के पास मुद्दे नहीं हैं। इसलिए वह इस प्रकार की बातों में उलझे हुए हैं। बता दें कि विधानसभा को लाइव करने के लिए परमिशन लेना अति आवश्यक है। ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा है कि अगर कोई भी चैनल या सोशल मीडिया द्वारा बिना परमिशन-बिना जानकारी के लाइव चलाया जाता है और उन तक यह सूचना पहुंची तो संबंधित चैनल या सोशल मीडिया के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
 

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Content Writer

vinod kumar