अगले 1 साल में विधानसभा बनेगी ई-विधानसभा, हमारे 20 कमरे आज भी पंजाब के पास: ज्ञानचन्द गुप्ता
punjabkesari.in Monday, Oct 26, 2020 - 11:51 PM (IST)
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा सरकार के गठन का 1 साल पूरा हो गया है। 1 साल के दौरान सबसे ज्यादा परिवर्तन विधानसभा में देखने को मिला। जहां एमएलए हॉस्टल से लेकर विधानसभा परिसर तक सभी में बहुत से बदलाव किए गए। इन सबका श्रेय यहां के विधानसभा स्पीकर को जाता है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचन्द गुप्ता एक अच्छे राजनीतिक व्यक्ति के साथ एक सख्त मिजाज वाले माने जाते हैं जो कि कानून और नियमों की पालना करवाने के मामले में किसी प्रकार का समझौता नहीं करते। पंजाब केसरी ने गुप्ता से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने आने वाले अगले 1 साल में विधानसभा को पूरी तरह से ई-विधानसभा बनाने की बात भी कही। उनका यह 1 साल का समय चुनौतीपूर्ण रहा।
ज्ञानचंद गुप्ता के साथ बातचीत के कुछ अंश-
प्रश्न:- 1 वर्ष बतौर विधानसभा अध्यक्ष आपके सामने क्या मुख्य चुनौतियां रहीं और कैसे इनका समाधान किया?
उत्तर:- विधानसभा अध्यक्ष के नाते मेरे लिए यह एक नया काम था। मैंने जैसे ही यह पद संभाला एक अच्छी एडमिनिस्ट्रेशन के नाते जो नियम कानून बने हैं, मैंने उसकी पालना की। मेरे इस कार्य से विधानसभा के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को दिक्कत भी हुई। क्योंकि पहले सुनने में मिला था कि सत्र के दौरान ही कर्मचारी-अधिकारी समय पर ही आते हैं। मैंने अनुशासन मेंटेन करने के कई निर्देश दिए जैसे सरकारी आई-कार्ड डालकर आने के निर्देश दिए। जिन लोगों को वर्दी दी हुई थी, उन्हें डालकर आने के आदेश दिए। कर्मचारियों को विधानसभा से बाहर आते जाते समय अपनी अटेंडेंस लगाकर आने-जाने के निर्देश दिए। इसके लिए एक रजिस्टर भी लगाया। जो कानून बने हुए हैं उनकी पालना करवाने का काम किया और कुछ नए कानून भी बनाए।
प्रश्न:- जब कार्य ईमानदारी से करवाने की कोशिश होती है तो खिलाफत भी झेलनी पड़ती है?
उत्तर:- मेरे से पहले कुछ कर्मचारियों को आदत थी या तो आते नहीं थे, अगर आते थे तो हाजिरी लगा कर चले जाते थे। हमने कर्मचारियों को दो बार चेक किया, जिसमें एक बार 87 और दूसरी बार 44 लोग गैरहाजिर मिले। हमने उनके ऊपर एक्शन लेते हुए नोटिस दिया। उसके बाद जो सजा का प्रावधान था, हमने वह भी किया।
प्रश्न:- एमएलए हॉस्टल विधानसभा का एक हिस्सा है। वह आपसे पहले शराब का अड्डा बनता जा रहा था। बिना अनुमति के वहां रुकने की भी कई बातें सामने आई। उस पर कैसे नकेल कसी गई?
उत्तर:- मेरे सामने भी कई ऐसी बातें हैं। जैसे एक बार तो देखने को मिला कि चंडीगढ़ पुलिस ने एक व्यक्ति को नशे सहित पकड़ा तो उसने बताया कि मैं हरियाणा विधानसभा के एमएलए फ्लैट में ठहरा था। उसके बाद हमने सख्ती से कहा कि केवल एमएलए को ही कमरा अलॉट किया जाएगा, किसी दूसरे को अलॉट नहीं करेंगे। अब उनकी आईडी व अन्य कागजात पूरे करने और सभी नियमों की पालना के बाद हम कमरा देते हैं। उसके बाद से शराब जैसी गतिविधियों पर काफी हद तक कंट्रोल हुआ है।
प्रश्न:- विधायकों की कमेटियों में अक्सर आना-जाना टीए-डीए क्लेम तक रह गया था। क्या इसमें भी कुछ बदलाव आए हैं?
उत्तर:- इसे बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। जो विधायक मीटिंग अटेंड करेगा उसी की हाजिरी लगेगी। मैंने सुना कि पहले विधायक फोन पर ही न आने की सूचना देकर हाजिरी लगवा लिया करते थे। अब ऐसा नहीं होगा। अब जो विधायक अटेंड होगा उसी की हाजिरी लगेगी। कई विधायकों के कम्पलेंट आई कि अधिकारियों को बुलाया लेकिन वह नहीं आए। उसके ऊपर भी हमने संज्ञान लिया। जिस पर अधिकारियों ने गलती मानी और माफी मांगी। मैं मानता हूं कि सभी विधायकों का मान सम्मान बढ़ा है।
प्रश्न:- 5 नवंबर से विधानसभा सेशन है। कोविड-19 चल रहा है इस दौरान क्या प्राथमिकता रहेंगी और अब तक कितने प्रश्न और कितने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आपके पास आए हैं?
उत्तर:- अभी तक आने वाले सत्र के लिए 370 स्टार्ड प्रश्न आए हैं और 87 अनस्टार्ड प्रश्न आए हैं। हम मंगलवार को शाम 4 बजे इन प्रश्नों के लिए ड्रा निकालेंगे। ड्रा से ही तय होगा कि कौन-कौन से प्रशन इस सेशन में लग पाएंगे।
प्रश्न:- पंजाब से 13 प्रतिशत हिस्सा लेने पर आगामी रणनीति क्या रहेगी, क्या सत्र में इस प्रकार का प्रस्ताव आ सकता है?
उत्तर:- कोरोना काल में मैने स्टडी किया, जिसमें मैंने देखा कि पंजाब से हमें जो 40 प्रतिशत हिस्सा मिलना था, वह केवल 27 प्रतिशत ही मिला। 13 प्रतिशत अभी भी बाकि है। 20 कमरों के नम्बर हमें दिए गए, लेकिन आज भी पंजाब के पास हैं।