3 तलाक को लेकर छीड़ी बहस पर हाफिज हुसैन अहमद ने PM मोदी को लिया आड़े हाथ

4/1/2017 4:58:57 PM

यमुनानगर (हरिंदर सिंह):मुस्लिम समाज में 3 तलाक को लेकर छीड़ी बहस में अब मुस्लिम धर्म गुरु भी कुद गए है। मदरसा इस्लामिया कुरैना फैजूल उलूम के संचालक हाफिज हुसैन अहमद ने तीन तलाक को रद्द करने का कानून बनाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने मोदी को कुरान की जानकारी न होने तथा साथ ही इस्लाम में तीन तलाक देने की मनाही होने की बात कही है।
11 मई से 3 तलाक पर होगी सुनवाई: मुस्लिम समुदाय में तीन तलाक निकाह हलाला और बहुविवाह को चुनौती देने वाली याचिका पर संविधान पीठ 11 मई से सुनवार्इ करेगी। यह पहली बार होगा जब गर्मी की छुट्टियों में सुप्रीम कोर्ट के कम से कम 15 जज महत्‍वपूर्ण संवैधानिक महत्‍व के 3 मामलों की सुनवाई करेंगे।

3 मामलों पर होगी सुनवाई
- मुस्लिमों में तीन तलाक, निकाह हलाला व बुहविवाह की वैधता।
-व्हाट्सएप्प व फेसबुक यूजर्स के लिए निजात के अधिकार।
-भारत में जन्‍में अवैध प्रवासियों के बच्‍चों को भारतीय नागरिकता।   

हाफिज हुसैन अहदम ने कहा कि तलाक पर इस्लाम में खुला रास्ता है। एक ही समय पर 3 तलाक देने पर इस्लाम में भी मनाही है। दूसरे खलीफा ने भी 3 तलाक देने पर इंसान को कोड़े मारे थे। इस्लाम में भी तलाक लेने के बाद पति-पत्नी को जोड़ने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इसे लेकर कोई कानून बनाती है तो वह उसका स्वागत करेंगे। लेकिन साथ ही उन्होंने इसे धर्म पर हमला बताते हुए इस प्रकार की सूरत में केवल अल्लाह का ही कानून मानने की भी बात कही।

केंद्र सरकार द्वारा कानून बनाए जाने को उन्होंने इस्लाम से छेड़छाड़ बताते हुए कहा कि इससे देश का ही नुकसान होगा। ऐसा होने के बाद यह देश धर्म निरपेक्ष देश नहीं रह जाएगा। साथ ही किसी को भी धर्म की आजादी नहीं होगी और इससे आपस में टकराव ही बढ़ेगा। धर्म गुरू के अनुसार सरकार और जमाना बदल जाता है, लेकिन धर्म के कानून कभी भी नहीं बदलते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए मुस्लिम धर्म गुरु हाफिज हुसैन अहमद ने कहा कि मोदी ने न तो कुरान पढ़ी है और न ही उन्हें कोई जानकारी है। इसलिए उन्हें कुछ भी पता नहीं है। केवल कुछ लोगों के कहने से इस प्रकार का काम करना ठीक नहीं है।