इलाके में ओलावृष्टि से खेत में चौपट हो गई फसलें, लाखों किसान प्रभावित

12/13/2019 5:24:15 PM

नूंह (अनिल मोहनिया): मौसम ने करवट लेने के साथ किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी है। इलाके में हुई ओलावृष्टि से किसानों की कच्ची सरसों की फसल बर्बादी की भेंट चढ़ गई, वहीं गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। उधर, सब्जी की फसलें खेत में ही पूरी तरह चौपट हो गई। ओलावृष्टि का नुकसान नूंह, नगीना , पिनगवां, पुन्हाना खंड में हुआ। करीब 200 गांवों के लाखों किसानों की फसल इससे प्रभावित हुई।

बीते दो दिनों में अचानक बरसात के बजाय ओलावृष्टि हुई। भादस, मालब, अलालपुर , पिनगवां, तेड, शिकरावा, बिसरू, सुल्तानपुर, गुबराड़ी, गुलालता सहित सैकड़ों गांवों में ओलावृष्टि से हुई नुकसान की जानकारी लोग सोशल मीडिया पर सांझा करने लगे। शुक्रवार सुबह तक सरकार की तरफ से कोई गिरदावरी कराने जैसी राहत की खबर किसानों के लिए नहीं आई। 

वहीं कृषि विभाग के मुताबिक ओलावृष्टि से नुकसान है, तो बाकि जगहों पर सोने के समान है। नूह खंड में 8 एमएम, तावडू में 12 एमएम, फिरोजपुर झिरका में 2 एमएम, नगीना खंड में 6 एमएम, पुन्हाना में 5 एमएम बरसात दर्ज की गई है। कृषि विभाग ओलावृष्टि की रिपोर्ट एसडीओ से ले रहा है। किसानों की फसल बीमा योजना का लाभ उठाना चाहिए ताकि इस तरह की आपदा में किसान की आर्थिक मदद हो सकती है। 

Shivam