ओलावृष्टि से फसलें तबाह, आधा दर्जन से अधिक गांवों में हुआ फसलों को नुक्सान

11/28/2019 9:46:54 AM

भिवानी (पंकेस) : दोपहर बाद बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। बरसात के साथ आए ओलों के कारण किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। आज प्रात: काल से ही आसमान में बादल छाए हुए थे। आधा दर्जन गांव में बरसात के साथ ओले पड़े। बरसात व ओलों के कारण उमरावत, कोंट, पूर्णपुरा, ढाणा लाडनपुर सहित अन्य साथ लगते गांवों में ओलावृष्टि से सरसों की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई। 

किसान मांगेराम, रामधारी, पुरुषोत्तम, कुलदीप, संदीप कुमार ने कहा कि उन्होंने अपने खेतों में सरसों की फसल उगा रखी थी। अधिकतर किसानों ने तो ठेके पर जमीन लेकर सरसों की फसल उगा रखी थी। उन्होंने कहा कि आज जो ओलावृष्टि हुई है उससे उनकी आशाओं पर पानी फिर गया और उनकी सारी फसल तबाह हो गई। किसानों का कहना है कि वे केवल बरसाती पानी पर ही निर्भर हैं और आज जो बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है, उसमें किसानों को बर्बादी के रास्ते पर लाकर खड़ा कर दिया है।

किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि उनके खेतों का जमीनी पानी पहले से फसल योग्य नहीं है अब बरसात के साथ आए ओलों ने उनकी कमर तोड़ दी है।इसी प्रकार बहल क्षेत्र एक दर्जन से अधिक गांवों में देर सांय हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसानों की सरसों व गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। किसानों ने बताया कि ओलावृष्टि से गेहूं व सरसों की फसल में भारी नुक्सान हुआ है और उनकी मेहनत पर ओलावृष्टि ने पानी फेर दिया।

करीब आधे घंटे तक रूक-रूक कर चली बारिश के दौरान हुई ओलावृष्टि से खेत सफेद चादर से ढके दिखाई दिए। किसानों ने प्रशासन से मौका मुआयना करके मुआवजे की मांग की है। क्षेत्र के सिरसी, चैहडख़ुर्द, चैहड़कलां, पाजू, नांगल, बुढ़ेड़ी, सोरडा कदीम, सोरडा जदीद, सुधीवास, कासनी आदि गांवों में ओलावृष्टि से नुक्सान हुआ है। 

Isha