हंस मार्केट में पंजाब और हरियाणा के किन्नरों का हंगामा, दुकानदार परेशान

2/28/2017 10:53:56 AM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट):फतेहाबाद में अचानक पंजाब के किन्नरों की ‘घुसपैठ’ से हरियाणा के किन्नर खफा हो गए। फतेहाबाद की मार्किट में एकाएक पंजाब के किन्नरों को ‘बधाई’ वसूलते देख हरियाणा के किन्नर इस तरा खफा हो गए, नौबत ये आन पड़ी कि बधाई देने वाले दुकानदारों को घंटों तक यह समझ नहीं आया कि पंजाब के किन्नरों को बधाई दी जाए या हरियाणा के किन्नरों को। नतीजे तक पहुंचने को लेकर आनन-फानन में फतेहाबाद में हरियाणा और पंजाब के किन्नरों के बीच बैठक की गई जिसमें बधाई लेने के लिए एरिया निर्धारित करने पर गंभीरता से विचार-विमर्श हुआ। पूरे मामले की बात करें तो उक्त पूरा विवाद तब खड़ा हुआ जब फतेहाबाद की हंस मार्किट में पंजाब के कुछ किन्नर बधाई एकत्रित कर रहे थे और इस बीच सूचना फतेहाबाद में किन्नर समाज की प्रधान शशिकलां को सूचना मिली कि उनके इलाके में पंजाब के किन्नर बधाई एकत्रित कर रहे हैं। सूचना मिलते ही फतेहाबाद में किन्नर  समाज की प्रधान शशिकलां अपने साथियों के साथ हंस मार्किट पहुंची और वहां ‘बधाई वसूली कर रहे पंजाब के किन्नरों का विरोध जताना शुरू कर दिया। 

किन्नर अम्मी हंस और नैना ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वर्ष 1962 में किन्नर समाज की एक बैठक में स्पष्ट फैसला हुआ था कि पंजाब के किन्नर पंजाब इलाके में ही बधाई एकत्रित करेंगे और हरियाणा के किन्नर हरियाणा इलाके में ही बधाई एकत्रित करेंगे। महंत के मुताबिक फतेहाबाद में पंजाब के जो किन्नर बधाई एकत्रित करने पहुंचे हैं। वे वर्ष 1962 मेें हुए फैसले का उल्लघंन है। फिलहाल फतेहाबाद के किन्नरों ने पंजाब के किन्नरों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके इलाके में पंजाब के किन्नर घुसपैठ न करें, साथ ही हरियाणा के लोगों से अपील करते हुए नैना महंत ने कहा कि वे पंजाब के किन्नरों को कोई बधाई ना दें। अम्मी हंस ने साफ किया कि अगर फिर भी पंजाब के किन्नर अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ सामाजिक और कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं दूसरी तरफ पंजाब के किन्नरों ने कहा कि वे अपने पुश्तैनी जगह पर बधाई लेने आए हैं और यह उनका हक है। फिलहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि हरियाणा में किन्नरों के किस गुट का हक बधाई लेने को लेकर सही है।