महिला के जिंदा और मरने को लेकर अस्पताल में घंटों चला हंगामा

7/12/2017 6:04:23 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): उंची दुकान फीके पकवान वाली पुरानी कहावत को फरीदाबाद का मैट्रो अस्पताल उस वक्त सार्थक साबित करता हुआ नजर आया जब अस्पताल के डाक्टरों की काबिलयत एक मरीज के परिजनों के सामने आई। जहां एक डाक्टर ने महिला को मृत बताया तो वहीं दूसरे ने उसके  जिंदा होने का दावा किया। मामला फरीदाबाद सेक्टर 16 स्थित मैट्रो अस्पताल का है जहां लाल खेडली गुडग़ांव की रहने वाली 65 बर्षीय बुजुर्ग महिला कैलाशी को फरीदाबाद के गांव बुडैना से वीपी हाई और ब्रेन हेमरेज की बिमारी के चलते 2 दिन अस्तपाल में भर्ती करवाया। अचानक देर रात डा. सचिन ने परिजनों को सूचना दी कि वह महिला मर चुकी है।

परिजन सुबह जब अपने मरीज को डिसचार्ज करवा कर घर ले जाने लगे तभी एक डाक्टर आया और चैक करने के बाद बोला कि महिला अभी जिंदा है, ये सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। तभी मृत घोषित करने वाले डाक्टर ने दोबारा आकर कहा कि ये महिला मर चुकी है वहीं खड़ा दूसरा डाक्टर जिंदा होने का दावा करते हुए दिखा, परिजन समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर उनका मरीज जिंदा है या मर चुका है।

जिससे गुस्साए परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत करवाया। दोबारा जांच के लिए बुजुर्ग महिला को कभी एमरजेंसी ले जाया गया तो कभी बाहर निकाला गया अंत में डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 

परिजनों की माने तो डाक्टरों ने ईलाज के नाम उनसे 1 लाख 25 हजार रुपए भी हड़प लिए हैं। पूरे मामले में डा. एस एस बंसल ने कहा कि परिजनों को गलत फेहमी हुई है, महिला की मौत हो चुकी थी। बे्रन डैड होने के बाद कुछ समय तक मरीज की धड़कन चलती है। ऐसा ही कुछ इस केस में हुआ है।