प्रदेश में इस वक्त विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन, जिसके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं: हरविंदर कल्याण

3/20/2021 8:15:13 PM

चंडीगढ़ (धरणी): घरौंडा विधानसभा विधायक हरविंदर कल्याण ने कहा कि 5 वर्ष में घरौंडा ने अभूतपूर्व विकास देखा, इस टर्म में पेंडिंग प्रोजेक्ट पूरे करवाने हमारा लक्ष्य रहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरी विधानसभा के गांव कुटेल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल यूनिवर्सिटी बहुत बड़ा प्रोजेक्ट, करनाल का इंस्टर्न बाईपास जिससे मेडिकल यूनिवर्सिटी को अच्छी कनेक्टिविटी तो मिलेगी ही करनाल जिले को भी बहुत फायदा होगा। हवाई अड्डे का विस्तार कार्य भी प्रगति पर है। करनाल से दिल्ली तक रैपिड रेल जो मुख्यमंत्री के विशेष प्रयास से संभव हुआ इसका लाभ न केवल हमारे क्षेत्र बल्कि पूरे प्रदेश को होगा। यह मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अथक प्रयासों से और दूरदर्शी सोच से संभव हुआ है। आने वाले समय में इन सभी कार्यों के साथ-साथ और भी बहुत बड़ी उपलब्धि हमारे विधानसभा को होने की उम्मीद है। 

हरविंदर कल्याण ने कहा कि सेशन में बहुत शानदार और संतुलित बजट पेश किया गया। वैश्विक महामारी कोरोना ने न केवल देश प्रदेश बल्कि पूरी दुनिया को बुरी तरह से प्रभावित किया। उसके बावजूद एक मजबूत बजट ने सभी को अचंभित किया। बजट में सबको साथ लेकर चलने वाली निति की झलक दिखी। कृषि सेक्टर की आय बढ़ाने के लिए सरकार के गंभीर प्रयास नजर आए। शहरी और ग्रामीण विकास, शिक्षा-स्वास्थ्य, युवाओं को सक्षम बनाकर रोजगार देने, नेशनल हाईवे, रेलवे सभी प्रकार के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट जो भविष्य के नींव साबित होंगे। 

उन्होंने कहा कि गरीब-कमजोर और समाज के अंतिम छोर तक के हर व्यक्ति को कैसे सुविधाएं उपलब्ध हो, इस बजट में यह भी दिखा। कैंसर और एचआईवी पीड़ितों को पेंशन की श्रेणी में लाया गया और पेंशन 2500 रुपए कर एक सराहनीय फैसला लिया। करीब सवा 2 घंटे तक बड़ी बारीकी से एक-एक चीज को बड़े विस्तार से मुख्यमंत्री जी ने बताया। सदन में हर बात तथ्यों के आधार पर बोली जाती है। लेकिन हरियाणा का विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन है। जिसके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। जब से हमारी सरकार बनी विपक्ष में केवल हंगामा करने की कोशिश की है। कभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा विपक्ष द्वारा नहीं की गई। 

विपक्ष फील्ड में नकली बातें लोगों के सामने बोलते हैं। लेकिन सदन में उस पर चर्चा नहीं करते। किसी भी प्रदेश के विकास के लिए विपक्ष की भूमिका उतनी ही बड़ी होती है जितनी सरकार की। अगर विपक्ष अपनी भूमिका सही अदा करे तो विपक्ष एक आईना होता है। अगर कहीं कमी है तो समाधान के साथ चर्चा करे। लेकिन अगर विपक्ष केवल सुर्खियों में रहने के लिए किसी छोटी चीज को बड़ा बना कर मुद्दा बनाए यह बात अच्छी नहीं होती। जोकि प्रदेश का विपक्ष कर रहा है।

इसके साथ उन्होंने कहा कि विधानसभा की समितियां भी एक तरह से मिनी विधानसभा होती है। विधानसभा के पास विधाई कार्य बहुत ज्यादा, लेकिन समय बहुत कम होता है। पूरा साल सदन नहीं चल सकता। इसलिए स्पीकर की निगरानी में प्रदेश में 14 समितियां वर्ष भर काम करते हैं और उसकी रिपोर्ट विधानसभा में पेश की जाती है। लेकिन रिपोर्ट पर कभी चर्चा नहीं की जाती। 

मैंने स्पीकर से इसकी मांग की है, कुछ बदलाव इसमें होने चाहिए। समितियों द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए। सरकार को विधानसभा पैसा खर्च करने का अधिकार देती है तो यह जिम्मेदारी विधानसभा की ही बन जाती है कि वह पैसा सही ढंग से खर्च हुआ है या नहीं। इसलिए इसका प्रभावी होना बहुत जरूरी है और मैंने इसकी मांग की है।
 

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Content Writer

vinod kumar