बैंक की लाइन में खड़ी गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ी, डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत

12/16/2016 9:27:48 AM

गुहला-चीका (गोयल): उपमंडल के भागल गांव में नोटबंदी को लेकर लाइन में खड़ी एक महिला की तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसने एक बच्चे को तो जन्म दिया परंतु डिलीवरी के दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार भूसला गांव के रहने वाले रीना व उसके पति रामप्रताप का पंजाब नैशनल बैंक भागल में खाता था और वे दोनों ही सुबह बैंक के बाहर लाइन में यह सोचकर लगे थे कि डिलीवरी नजदीक है और वे बैंक से रुपए निकलवा लें ताकि यदि कोई आपात स्थिति पैदा हुई तो वे रुपए का प्रयोग करके अपना इलाज करवा लेंगे परंतु लाइन लम्बी होने के चलते पहले तो कई घंटों बाद उनका नम्बर आया और जब नम्बर आया तो उन्होंने बैंक मैनेजर से प्रार्थना की कि उन्हें 2-2 हजार की बजाय 3-3 हजार रुपए दिए जाएं क्योंकि नोटबंदी के चलते जरूरत पडऩे पर एकदम रुपए इंतजाम करना काफी कठिन था।

रीना के पति रामप्रताप ने बताया कि उनकी मैनेजर के साथ तकरार भी हुई और उन्होंने मैनेजर से प्रार्थना भी की कि आपात स्थिति को देखते हुए तो उसे रुपए दिए जाने चाहिएं क्योंकि यदि इस स्थिति में भी उसे अपने ही रुपए न मिले तो बाद में वह रुपए का क्या करेगा परंतु आरोप है कि मैनेजर का दिल नहीं पसीजा और उसने उन्हें 3-3 हजार रुपए देने से इन्कार करते हुए 2-2 हजार रुपए ही दिए। 

इसी बीच थकावट व बी.पी. बढऩे के कारण महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसे चीका स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया परंतु डाक्टरों ने उसे सरकारी अस्पताल कैथल के लिए रैफर कर दिया। जहां ज्यादा खून बहने के कारण उसकी तुरंत डिलीवरी करनी पड़ी। परंतु डाक्टर, महिला के बच्चे जो कि एक लड़का था को नहीं बचा पाए और डिलीवरी के दौरान ही बच्चे की मौत हो गई। हालांकि डाक्टर महिला की जान बचाने में कामयाब रहे। रामप्रताप ने बताया कि उसके पास पहले 2 लड़कियां थीं। रामप्रताप ने कहा इस मामले में बैंक मैनेजर के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत की जाएगी ताकि भविष्य में किसी ओर के साथ ऐसी घटना न घटे।