पूर्व सैनिक सुसाइड मामला- मीडिया के सामने आया रामकिशन का दोस्त

11/7/2016 11:47:03 AM

लोहारू (गुलशन पोपली): ओ.आर.ओपी. की कथित विसंगतियों को लेकर दिल्ली में अपनी जान देने वाले पूर्व सैनिक रामकिशन के साथी रहे हवलदार जगदीश ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। 

रामकिशन की मंशा का पता होता तो नहीं जाते दिल्ली
उसका कहना है कि एक सैनिक के लिए आत्महत्या करना गलत बात है और अगर उन्हें रामकिशन की मंशा का पहले से पता होता तो वे उसके साथ दिल्ली नहीं जाते और उन्हें ऐसा कोई कदम उठाने से रोकते। जगदीश सुबेदार रामकिशन की आत्महत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की पूछताछ के बाद आज सुबह सिंघानी गांव में अपने घर लौटे हैं।

आत्महत्या मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: जगदीश 
जगदीश का कहना है कि रामकिशन की मौत पर उन्हें बेहद दु:ख है। मगर सैनिक के लिए आत्महत्या करना किसी भी रूप में सही नहीं है। अगर उनके कुछ हक थे तो उनके लिए लड़ना चाहिए था, लिखा-पढी करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए और आत्महत्या के कारणों की उचित जांच होनी चाहिए। साथ ही सरकार को ऐसे पूर्व सैनिकों को कुछ मासिक पैंशन देने पर विचार करना चाहिए जोकि न्यूनतम पैंशन पात्रता से कम सर्विस करके आए हैं और बाद में कोई और नौकरी नहीं की।

आखिरी बार मोबाइल पर घर की थी बात: जगदीश
पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सैनिक जगदीश ने बताया कि सुबेदार रामकिशन 4 साल उनके साथ सेवा में रहे हैं। कई साल बाद हमारे गांव के बस अड्डे पर उनसे मुलाकात हुई तथा अन्य बातों के अलावा ओ.आर.ओपी. भी चर्चा हुई। मैंने उन्हें बताया कि न्यूनतम सेवा पूरी न करने की वजह से मुझे तो पैंशन मिलती ही नहीं और मेरे लिए ओ.आर.ओपी. का कोई फायदा नहीं है। इस पर सैनिक रामकिशन ने बताया था कि अब तो 6 साल की सर्विस कर रिजर्व आए जवानों को भी पैंशन मिल रही है और आप मेरे साथ दिल्ली चलें। मैं उनके साथ दिल्ली चला गया। इंडिया गेट के पास रामकिशन हमसे 10-15 कदम दूर पेड़ के नीचे बैठकर मोबाइल पर घर बात कर रहा था। वहां आमजन की आवाजाही के बीच कुछ बातें हमें सुनाई दे रही थी और कुछ नहीं। अगर हमें रामकिशन की मंशा का पता होता तो उसे ऐसा करने से रोकते।

दिल्ली पुलिस के सवालों का दिया जवाब
जगदीश ने एक सवाल के जवाब में बताया कि दिल्ली पुलिस की टीम ने उनसे रामकिशन आत्महत्या के बारे में ही सवाल पूछे और मैंने उनको उपरोक्त बातें बता दी। पुलिस उनकी पूछताछ से संतुष्ट हुई या नहीं इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि यह वे कैसे बता सकते हैं? जगदीश ने बताया कि वे ऐसी कोई बात नहीं कहना चाहते जिससे फिर कोई राजनीति शुरू हो, हां इतना जरूर चाहते हैं कि इस आत्महत्या के पीछे के कारणों की जांच अवश्य होनी चाहिए।