150 जवानों के सहारे 2250 कैदियों की निगरानी

12/2/2016 3:35:06 PM

फरीदाबाद (दुर्गेश झा): भले ही फरीदाबाद का जिला जेल नीमका में कोई आतंकी बंद नहीं है। फिर भी जेल की सुरक्षा जेल प्रशासन पर सवाल खड़ा कर रही है। सूत्रों की मानें तो नीमका जेल में भी सुरक्षा व्यवस्था की भारी कमी है। हालात यह है कि जेल में कैदियों को मोबाइल फोन पर बात करने से रोकने के लिए न तो अभी तक मोबाइल जैमर की व्यवस्था है और न ही उतने सुरक्षा कर्मी हैं, जो कैदियों के मनमर्जी पर विराम लगा सके। 

 

जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में 2250 कैदियों की संख्या वाले नीमका जेल में मात्र 150 सुरक्षा कर्मी ही तैनात हैं। नीमका जेल फरीदाबाद जिले का एक मात्र जेल है। फरीदाबाद में किसी भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उसे नीमका जेल ही भेजा जाता है। बताया जा रहा है लगभग 2500 कैदियों की क्षमता वाले इस जेल में मौजूदा समय में 2250 कैदी विभिन्न मामलों में सजा काट रहे हैं। इनमें से बताया जा रहा है कि 400 के आस- पास कैदी हत्या या जघन्य अपराध में जेल में सजा काट रहे हैं लेकिन इन कैदियों पर कड़ी नजर रखने के लिए जेल में सुरक्षाकर्र्मियों की भारी कमीं है। बताया जा रहा है कि मौजूदा समय में 150 सुरक्षाकर्मी ही जेल की सुरक्षा दे रहे हैं। 

 

250 है स्वीकृति पद
जानकारी के अनुसार नीमका जेल में 250 सुरक्षाकर्मियों की स्वीकृति पद है। इनमें से मात्र 150 सुरक्षाकर्मी ही तैनात हैं। नीमका जेल के अधीक्षक दीपक शर्मा ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों की कमीं के बावजूद जेल में सुरक्षा में कोई चूक नहीं बरती जा रही है। जेल में आने-जाने वाले लोगों की सधनता से जांच हो रही है और सारे गतिविधियों को पूरा किया जा रहा है। 

 

जल्द लगाए जाएंगे मोबाइल जैमर
प्रदेश के अन्य जेलों की तरह ही नीमका जेल में कैदियों के पास से मोबाइल फोन मिलने की घटना समय-समय पर आती रहती है। बताया जा रहा है कि अभी तक जेल परिसर में मोबाइल जैमर नहीं होने का फायदा जेल में बंद कैदी खूब उठा रहे हैं। लिहाजा, जेल अधीक्षक दीपक शर्मा के अनुसार जेल में बहुत जल्द मोबाइल जैमर की व्यवस्था की जाएगी। जिससे, जेल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर विराम लग सके। 

 

सुरक्षा में लगाए जाएंगे एक्स-सर्विसमैन
दीपक शर्मा ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों की कमी को पूरा करने के लिए मुख्यालय स्तर पर तैयारियां चल रही है।