ठेकेदारों ने किसानों पर बरसाई लाठियां

1/6/2017 9:49:00 AM

इस्माईलाबाद (शर्मा): गांव जलबेहड़ा में जे.सी.बी. से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल रौंदते हुए रास्ता बनाने से रोकने पर ठेकेदारों ने किसानों पर लाठियों से हमला कर दिया, जिसमें कुछ किसानों को चोटें भी आईं। सूचना मिलते ही अतिरिक्त थाना प्रभारी जयनारायण शर्मा ने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले को शांत किया। किसान संगत राम, बलदेव शर्मा, दीप चंद शर्मा, राजेश शर्मा, कृष्ण चंद, महंत पूर्णनाथ, सुरेश सैनी, रामशरण आदि ने बताया कि गत दिनों माइनिंग विभाग के कर्मचारी मारकंडा नदी की निशानदेही करवाने आए थे। ठसका मीरांजी व जलबेहड़ा के किसानों ने जमीन मलकियत देह बताते हुए विरोध जताया था।

इस पर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार चेतना चौधरी ने दोनों पक्षों की बुलाकर फैसला किया था कि निशानदेही के समय न तो मौके पर किसान, न माइनिंग विभाग और न ठेकेदार होगा। निशानदेही के बाद मारकंडा नदी से दोनों ओर 250 मीटर तक माइनिंग विभाग व ठेकेदार मिट्टी नहीं उठा सकते। अगर किसान सहमति से मिट्टी उठवाना चाहते हैं तो माइनिंग विभाग व एक प्रशासनिक अधिकारी मौके पर होना आवश्यक है। किसानों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार परमजीत व शेर सिंह ने वीरवार शाम को बलदेव सिंह व ईश्वर के खेत में जबरदस्ती गेहूं की फसल रौंदकर रास्ता बना लिया, जिससे फसल को काफी नुक्सान पहुंचा। जब ईश्वर सिंह ने विरोध किया तो ठेकेदार व उसके आदमियों ने उस पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसा दीं, जिससे ईश्वर को गहरी चोटें लगीं।

मारकंडा नदी से मिट्टी के लिए बना रहे रास्ता
ठेकेदार हरदीप राणा ने कहा कि वर्ष 2013 में हरदीप राणा एंड कम्पनी के नाम से करीब 334 हैक्टेयर खसरा नम्बर व मुरब्बा नम्बर से माइनिंग विभाग ठेका लिया था, जिसकी 2 साल तक इन्वायमैंट चलती रही। जमीन की निशानदेही लेने में कुछ समय लग गया। निशानदेही लेने का कार्य माइनिंग विभाग का था। केवल मारकंडा के नम्बरों से ही मिट्टी उठान का कार्य कर सकते हैं। अगर उनके द्वारा किसी किसान की फसल को नुक्सान होता है तो इसकी भरपाई वे ही करेंगे। झगड़े के बारे में उन्होंने कहा कि वे मौके पर नहीं थे। वे केवल मारकंडा नदी से मिट्टी उठाने के लिए रास्ता बना रहे हैं। मिट्टी उठाने का कार्य नहीं कर रहे थे। किसी किसान को नुक्सान पहुंचाने की उनकी कोई मंशा नहीं है। इस संदर्भ में डी.सी. से जानकारी लेने का प्रयास किया तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।