नोटबंदी का 30वां दिन, कैश न मिलने से पैंशनरों को हो रही दिक्कत (Pics)

12/7/2016 1:41:14 PM

गोहाना (सुनील जिंदल): बैंकों के बाहर कड़कती ठंठ में लम्बी लम्बी लाइनें कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। 30 वें दिन भी नोटबंदी से अभी लोगों को राहत नहीं मिल रही है। खासकर सरकारी कर्मचारी, पूर्व सैनिक, विधवाओं अौर अन्य पैंशन लेने वाले बुजर्ग लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

 

मिली जानकारी के अनुसार करीब एक हफ्ते से गोहाना के बैंकों में आस-पास के गांवों के एक्स सर्विसमैन और विधवाएं आ रही हैं। कई दिनों से लाईनों में लगे होने के कारण भी उन्हें पैंशन और वेतन नहीं मिल पा रहा है। गुस्साए लोगों ने बैंक कर्मियों पर कैश नहीं होने और अपने चहेतों को कैश देने का आरोप लगाया है। बैंकों के बाहर इतनी भीड़ है कि कैश लेने के लिए आए लोग खूब धक्का मुक्की कर रहे हैं।

 

पूर्व सैनिकों का कहना है कि वे सेना से रिटायर्ड हैं वे बैंकों के बाहर अपनी पैंशन लेने करीब हफ्ते से हर रोज आ रहे है। बैंक वाले कैश नहीं होने की बात कह देते है। घर में बहुत दिक्कत आ रही है। पैसे नहीं होने से राशन भी नहीं आ रहा है और अन्य जरुरी काम भी नहीं हो रहे हैं। कोई पैसे के बिना सामान भी नहीं दे रहा है। 20-25 साल पैंशन लेते हो गए मगर आज तक ऐसे खराब हालात नहीं देखे थे।

 

वहीं एक बिजली कर्मचारी ने बताया कि वह बिना अधिकारियों की परमिशन के अपना वेतन लेने के लिए हर रोज आ रहा है मगर भीड़ के कारण कैश नहीं मिल रहा। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे नौकरी करे या लाइन में लग कर वेतन ले। बिना पैसों से घर का खर्च नहीं चल रहा है। उधर नौकरी करनी है अौर बिजली के बिलों के भुगतान की कलेक्शन भी करना है।