हरियाणवियों की न्यारी ठाठः ऑस्‍ट्रेलिया में नहीं बजा हरियाणवी गाना तो बना डाला रेड‍ियो ऐप

1/15/2017 12:49:44 PM

हिसार: भारतीय मूल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अरुण मलिक ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में हरियाणवी रेडियो ऐप तो बना दिया है, परन्तु इसके पीछे एक दिलचस्‍प घटना है। 
आपको बता दें कि हिसार जिले के हंसी में रहने वाले 28 साल के अरुण 9 साल पहले उच्‍च शिक्षा के लिए ऑ‍स्‍ट्रे‍लि‍या के ब्रिस्‍बेन चले गए थे। हर‍ियाणवी ऐप बनाने का अरुण को आइडिया तब आया जब ब्रिसबेन के एक भारतीय रेडियो चैनल ने उनके गाने बजाने के अनुरोध को ठुकरा दिया था, जिसके बाद उन्हें एेसा झटका लगा कि उन्‍होंने ठान लिया, वह हर‍ियाणवी ऐप बनाकर ही दम लेंगे। ड़ेढ साल में उन्‍होंने ऐप विकसित कर लिया और इसका नाम रखा रेडियो Kasoot। पिछले 6 महीने में इस ऐप को 10 हजार से ज्‍यादा लोगों ने डाउनलोड कर लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार मलिक ने अकेले इस वेंचर की शुरुआत की थी, मगर अब उनके साथ 10 लोगों की टीम काम कर रही है। पूरे ऑस्ट्रेलिया में यह रेडियो हरियाणवी भाषा में प्रसारित होता है। मलिक ने हरियाणा सरकार को राज्य में एफएम रेडियो शुरू करने का भी प्रस्ताव दिया है। मलिक ने कहा क‍ि हमारे रेडियो चैनल पर हर कार्यक्रम हरियाणवी भाषा में होता है। विदेशों में रह रहे हरियाणा के लोग कार्यस्थल पर इंग्लिश और घर में हिंदी बोला करते हैं। वे अपनी क्षेत्रिय भाषा को मिस करते हैं। यही वजह है कि अब हमारा रेडियो काफी पॉपुलर हो रहा है।