कई प्लान बने, नहीं मिल पाया जाम से छुटकारा

1/2/2017 4:30:46 PM

हिसार (राठी): वर्ष 2017 में नई उम्मीदों के साथ प्रशासन के समक्ष कई चुनौतियां होंगी। इन चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशासन को शहर में कई बदलाव करने होंगे। खासतौर से लोगों को शहर की प्रमुख समस्या जाम से छुटकारा दिलाने के लिए रूट मैप तैयार करना होगा। हालांकि पहले भी कई बार जाम से निजात दिलवाने के लिए कई बदलाव किए लेकिन कोई न कोई अड़चन रोड़ा बनी रही। लोगों को उम्मीद है कि इस साल प्रशासन जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई न कोई रूपरेखा तैयार करेगा। 

उल्लेखनीय है कि शहर में जाम की समस्या हाल ही में पैदा नहीं हुई है। यह समस्या कई सालों से बरकरार है। हर साल कोई न कोई प्लान जाम से निजात दिलवाने के लिए बनता है लेकिन सारे प्लान अब तक फेल हुए है। इस वर्ष पारिजात चौक से गुरुद्वारा मोड़ तक के लिए ट्रैफिक प्लान बनाया। इसके लिए डिवाइडर भी तोड़ा और वहां पर एक साइड को चौड़ा किया। हालांकि इसका कुछ दुकानदारों ने विरोध भी किया। यह प्रयोग भी ज्यादा कारगर सिद्ध नहीं हुआ। अभी वहां पर जाम की समस्या बनी रहती है। खासतौर से गुरुद्वारा मोड़ से लेकर बस स्टैंड तक जाम लगा रहता है। इसके अलावा जाम की समस्या डाबड़ा चौक ओवरब्रिज, मटका चौक से कैंप चौक, जिंदल चौक पर सबसे ज्यादा रहती है। जाम से छुटकारा दिलवाने के लिए यातायात पुलिस को कई बार सुझाव भी मिले लेकिन उन पर पूरी तरह से अमल नहीं हो पाया। 

यही कारण है कि आज तक आटो रिक्शा के स्टोपेज नहीं बने। यही कारण है कि आटो रिक्शा चालक जहां सवारी दिखी वहीं बे्रक लगा देते जो हादसों का कारण बनते हैं। मुख्य मार्गों पर अनचाहे कट भी हादसों का कारण बनते हैं। ऐसे अनेक कट मुख्य मार्गों पर है जो अवैध रूप से बने हुए है। यातायात पुलिस चाह कर भी ये कट बंद नहीं करवा पा रही है। ट्रैफिक लाइट की खराब व्यवस्था भी कई बार हादसों का कारण बन जाती है। संबंधित विभाग एक बार लाइट खराब होने पर कई दिनों तक सुध नहीं लेता। यही कारण है कि जहां पर ट्रैफिक लाइटें लगी हुई है वहां पर यातायात पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटियां लगी रहती है। वैसे शहर के कई ऐसे क्षेत्र है जहां पर ट्रैफिक लाइट लगाने की जरूरत है। इनमें हकृवि गेट नम्बर 4 के सामने चौराहा, तोशाम रोड पुलिया, आजाद नगर पुलिया, कैमरी रोड पुलिया, दिल्ली रोड सैक्टर 9-11 मोड़ आदि शामिल हैं। वैसे इस समय पुलिस ने भारी वाहनों का शहर के अंदर से प्रवेश रोका है। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालकों पर शिकंजा कसते हुए चालान किए गए हैं। दिसम्बर माह में करीब 70 वाहनों को  जब्त किया है। वहीं डाबड़ा चौक ओवरब्रिज के दोहरीकरण का कार्य शुरू हो गया है। इस पुल का दोहरीकरण होने के बाद ही इस मार्ग पर जाम की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा। 

पार्किंग की समस्या से जूझ रहा शहर 
शहर के वाहन चालक इस समय पार्किंग की समस्या से जूझ रहे हैं। वाहन चालकों को इस समस्या से निजात दिलाना एक चुनौती भरा कार्य हो गया है। प्रमुख बाजार राजगुरु मार्कीट के निकट मल्टी स्टोरी पार्किंग का एक बार प्लान बना था। मुख्यमंत्री की ओर से शहर थाना के सामने मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने की घोषणा की गई थी। यह घोषणा जमीन स्थानांतरण के चलते अटकी हुई है। हालांकि प्रशासन ने पार्किंग के लिए कई नए प्रयोग वर्ष 2016 में किए हैं, जिनमें कुछ हद तक सफलता भी मिली लेकिन हर साल हजारों की संख्या में वाहनों की बढ़ती संख्या के आगे ये प्रयास बौने साबित हो रहे हैं।