टॉफी की शक्ल में बेचा जा रहा नशे का सामान

12/25/2016 4:44:03 PM

जींद: नशे का सामान कभी सीधे सुल्फा, अफीम, स्मैक, गांजा आदि के रूप में लोगों को परोसा जाता है तो कई बार नशे का यह सामान ऐसी चीज में लपेटकर बेचा जाता है कि पहली नजर में देखने पर लगता ही नहीं कि वह नशे का सामान है, जबकि हकीकत में वह नशे का सामान होता है। ऐसा ही नशे का सामान जींद में कई जगह टॉफी और पाऊडर की शक्ल में बेचा जा रहा है। नशे का यह सामान कई जगह पान और सिगरेट आदि बेचने वालों की दुकानों पर उपलब्ध रहता है। 

इस तरह के नशे के सामान की बिक्री पर रोक लगाने की खातिर शनिवार को आयुष विभाग और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने शहर में कई जगह छापेमार कार्रवाई कर कई पान विक्रेताओं और सिगरेट बेचने वालों के पास रखे सामान को खंगाला। साथ ही ऐसे लोगों को चेतावनी दी गई कि उनके यहां टॉफी और पाऊडर की शक्ल में नशे का यह सामान मिला तो उनके खिलाफ पुलिस में एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाएगी।

खुद को नशे की अंधेरी दुनिया में धकेल देने वाले लोग नशे के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं। नशेडिय़ों की इसी मनोस्थिति का फायदा उठाने की खातिर नशे के सामान के सौदागर नशे के सामान को अलग-अलग रूप में प्रस्तुत करते हैं। इस तरह का नशा एक तरह से नशेड़ी के लिए धीमे जहर का काम भी करता है। मैडीकल भाषा में इसे स्लो प्वाइजन का नाम दिया जाता है। इसी तरह के एक स्लो प्वाइजन को आजकल टॉफी और पाऊडर की शक्ल में बेचा जा रहा है।