जिला शिक्षा अधिकारी ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण, प्राध्यापक को दी चेतावनी

12/20/2016 11:18:03 AM

करनाल (सरोए): जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश गौरिया ने कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी को काफी कमियां मिली। उन्होंने स्कूल के मुखियाओं को कमियों को दूर करने आदेश दिए। जब शिक्षा अधिकारी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रायसन में पहुंचे तो अध्यापक डायरी पूरी नहीं मिली। 

 

उन्होंने स्वयं ही कक्षा 9वीं में बच्चों से अलग-अलग विषयों के प्रश्न पूछे और स्वयं की उत्तरपुस्तिका की जांच की। उन्होंने बच्चों से कई प्रश्न पूछे, जिनका सही प्रकार से उत्तर न दे सके। उन्होंने संबंधित प्राध्यापक को चेतावनी दी। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा एक अध्यापक जोकि कक्षा 9वीं की अंग्रेजी व मैथ की कक्षा को न सिर्फ पढ़ा रही थी बल्कि पेपर भी चैक कर रही थी। इस बारे स्कूल इंचार्ज विकास को दिशा-निर्देश दिए कि रैगुलर अध्यापक अधिक से अधिक विषय बच्चों को पढ़ाएं ताकि शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाया जा सके। 

 

कक्षाएं मिली खाली
जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश गौरिया राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोहड़ी जागीर में करीब 1.40 पर पहुंचे। जहां पर कक्षा 12वीं 10वीं 8वीं व छठी कक्षा खाली मिली। जिस पर स्कूल इंचार्ज को चेतावनी दी। 9वीं कक्षा में इंगलिश विषय की किताब किसी भी बच्चे के पास नहीं मिली तथा साहिल, रेखा, गौरव, अरुण, शुभम, साहिल, मुकेश, रेखा, बतेरी, सोनू आदि बच्चों को जब किताब पढ़ने के लिए कहा तो किसी भी बच्चे ने जवाब नहीं दिया। 

 

नंबर 16, आता कुछ नहीं
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि जब उन्होंने हिंदी विषय के पेपर चैक किए तो एक छात्रा को 24 में से 16 नंबर दिए हुए थे जबकि बच्ची पढ़ाई में कमजोर थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल इंचार्ज को निर्देश दिए कि अगली बार ऐसी गलती मिली तो अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। राजकीय उच्च विद्यालय कलामपुरा में 3 बजे बाद दोपहर कुछ अध्यापक बच्चों को रस्साकशी का खेल खिलवा रहे थे तथा कुछ अध्यापक खाली बैठे थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने चेतावनी दी कि विद्यालय में सभी अध्यापक प्राध्यापक या तो पूरा समय बच्चों को पढ़ाएं अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जबकि कलामपुरा में अंजुम व संगीता कक्षा 9वीं ने सही उत्तर दिए।