बाबा रामफल दास इस क्षेत्र के महान संत थे : रामबिलास

punjabkesari.in Tuesday, Dec 20, 2016 - 03:34 PM (IST)

महेंद्रगढ़ (मोहन/परमजीत): क्षेत्र के प्रसिद्ध संत बाबा रामफल दास का शुक्रवार को प्रात: लगभग 8 बजे निधन हो गया। महात्मा जी को उनकी गुरुमाता बाब संतनाथ डेरे जोधपुर राजस्थान से कृष्णा गुरुमां के पहुंचने के बाद रविवार देर सायं उनके आश्रम के नजदीक समाधि दी गई। समाधि से पूर्व उनके पार्थिव शरीर को उनके भक्तों के अंतिम दर्शन के लिए आश्रम में रखा गया। जहां पर प्रदेश के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा, जिला उपायुक्त राजनारायण कौशिक, गौतम शर्मा अधिवक्ता सहित भारी संख्या में उनके समर्थकों व साधु संतों ने उनके अंतिम दर्शन किए।

 

इस अवसर पर शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि बाबा रामफल दास इस क्षेत्र के बड़े सिद्ध संत थे। उनके आश्रम में आया व्यक्ति कभी निराश होकर नहीं लौटा। बाबा रामफल दास बाल्यकाल में ही इस आश्रम में अपनी तपस्या पर बैठ गए थे। जिनके दर्शन के लिए उनके भक्तजन पूरे देश व प्रदेश से आते थे। बाबा यहां बकरियों, जीव-जन्तुओं के लिए पानी व चारा का विशेष प्रबंध करते थे। बाबा रामफल दास की समाधि के समय क्षेत्र के भारी संख्या मे नर-नारी, साधु-संत उपस्थित थे जिनको काबू करने के लिए पुलिसबल को भारी मशक्कत करनी पड़ी। इस अवसर पर उनकी गुरुमाता कृष्णा उनके साथ पधारी बेटी राजबाला व बेटी जसवंत ने बताया कि उनकी गद्दी पर कौन बठेगा। इसका फैसला एक-दो दिन में करेंगे।


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