1984 दिल्ली सिख कत्लेआम, दोषियों के खिलाफ दिया धरना

12/7/2016 4:33:40 PM

सिरसा: 32 वर्ष बीत जाने के बाद भी 1984 दिल्ली सिख कत्लेआम पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पाया है। जब एक-एक कत्ल के लिए लाई-डिटैक्ट एवं नार्को टैस्ट किए जा सकते हैं तो 1984 दिल्ली सिख कत्लेआम दोषियों जगदीश टाइटलर व सज्जन कुमार का लाई डिटैक्ट व नार्को टैस्ट क्यों नहीं किया जा रहा। जरनैल सिंह बराड़ ने न्याय की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के निवास के सामने सांकेतिक धरना दिया। 

बराड़ ने बताया कि उन्होंने 32 सालों से अधर में लटके न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट के नाम विशेष पत्र तैयार किया है। जिसके माध्यम से दिल्ली सिख कत्लेआम के दोषियों जगदीश टाइटलर व सज्जन कुमार का लाई डिटैक्ट एवं नार्को टैस्ट करवाने की मांग की गई है। इस पत्र पर भगत सिंह व गुरु गोबिंद सिंह के वारिसों का विशेष कॉलम बनाया गया है जिसमें आम लोगों से अपील की गई है कि वह इस जगह पर अपना नाम पता भरकर सुप्रीम कोर्ट को डाक के माध्यम से भेजें ताकि उपरोक्त कत्लेआम के पीड़ित हजारों परिवारों व संपूर्ण सिख जगत को न्याय मिल सके। 

जरनैल ने बताया कि वह इस लड़ाई को पिछले कई वर्षों से लड़ रहे हैं, मगर अभी तक सरकारों ने इस मामले को लटकाने की ही कोशिश की है। इस आवाज को सभी राजनीतिक पार्टियों के समक्ष भी उठाया जाएगा जिसके लिए सभी राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टियों के हरियाणा, पंजाब एवं दिल्ली के प्रदेशाध्यक्षों एवं मुख्य नेताओं, एस.जी.पी.सी. अध्यक्ष आदि के निवास स्थलों पर आधे-आधे दिन का सांकेतिक धरना दिया जाएगा। 

इसकी शुरूआत उन्होंने आज कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के निवास स्थान से की है। उन्होंने आम लोगों व सामाजिक संस्थाओं से कहा है कि वह इस मुहिम में उनका साथ दें, ताकि न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट पर अधिक से अधिक दबाव बनाया जा सके।