‘दीपावली पर बंदियों का तैयार किया सामान खरीद सकेंगे लोग’ (Pics)

10/28/2016 3:44:37 PM

सिरसा (सतनाम सिंह): जिला जेल के बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं। जेल में न केवल उन्हें आध्यात्मिक माहौल उपलब्ध करवाया जा रहा है, वहीं आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। बंदी अपनी-अपनी रुचि के अनुसार कार्यक्रम में भाग लेते हैं। इसी रुचि के चलते जेल के अनेक बंदी रंगों को रूप देने में माहिर हो चुके हैं। ये बंदी इतनी सुंदर पेंटिंग बना लेते हैं कि देखने वाला इसकी तारीफ किए बिना नहीं रहता। जेल की दीवारें इन बंदियों द्वारा तैयार की गई पेंटिंग से भरी पड़ी है। 

 

खास बात यह है कि पेंटिंग में एक संदेश भी छिपा होता है। बंदियों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम का मुख्य मकसद यह है कि जेल से बाहर निकलने के बाद उनका दोबारा आपराधिक दुनिया में जाना न हो तथा वे खुद अपने व अपने परिवार के लिए सुकून की रोटी कमा सकें। अभी तक तो सिर्फ जेल की चारदीवारी में ही बंदियों द्वारा तैयार पेंटिंग्स के चर्चे थे लेकिन अब इनकी चर्चा शहर में भी होगी। क्योंकि बंदियों के हाथों से बनाई गई मन मोहने वाली पेंटिंग्स दीपावली पर शहर वासियों को दिखाने के लिए इसकी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यह प्रदर्शनी शुक्रवार व शनिवार के 2 दिन तक लगेगी। शहरवासी न केवल जेल के बंदियों की पेंटिंग्स का दीदार कर सकेंगे बल्कि पसंदीदा पेंटिंग्स को खरीदकर वे अपने घर भी ले जा सकेंगे। 

 

इतना ही नहीं पेंटिंग्स के साथ-साथ बंदियों द्वारा तैयार अन्य सामान भी सजाया जाएगा। बंदियों ने दीपावली पर घर की शोभा बढ़ाने वाले रंग-बिरंगे दीयों के अलावा मोमबत्ती, मोमबत्ती स्टैंड आदि सामान भी बड़ी मेहनत के साथ तैयार किया है। जो भी सामान बिकेगा, उसका कुछ पैसा बंदियों को और शेष सरकार के खाते में जाएगा। बंदियों को पूरी उम्मीद है कि उनकी मेहनत को शहरवासियों की कद्र जरूर मिलेगी। 

 

जेल सुप्रिडेंट अमित भादू ने बताया की जेल में बंदियों द्वारा ये उत्पाद बनाए गए हैं। इन सभी उत्पादों की बिक्री के लिए स्टाल लगाई हैं।ये स्टाल 2 दिन के लिए लगाई है, लेकिन लोगों का रिस्पांस अच्छा मिल रहा है। इनकी कमाई का कुछ हिस्सा बंदियों को दिया जाएगा।