उपलब्धि: स्वेच्छा से 3 लाख परिवारों ने छोड़ी ''गैस सब्सिडी''

12/11/2016 12:27:16 PM

सिरसा (सतनाम सिंह): राज्य में गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले 1.75 लाख परिवारों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजना उज्ज्वला के अंतर्गत कनैक्शन दिए जा चुके हैं। 5 लाख परिवारों को कनैक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गैस सब्सिडी छोड़ने का भी हरियाणा में व्यापक असर देखने को मिला है। अब तक राज्य में करीब 3 लाख परिवार स्वेच्छा से गैस सब्सिडी छोड़ चुके हैं। इसके साथ ही लम्बे समय से चली आ रही ऑनलाइन राशन वितरण प्रणाली के संकट को मिटाने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री ने पहलकदमी है। उनकी पहलकदमी पर फिलहाल मैनुअल प्रणाली से राशन बांटा जाएगा। इस बीच मशीनों को ठीक कर अंगूठे के निशान लिए जाएंगे। राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी के सर्वर को दुरुस्त किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की परेशानी न हो। साथ ही एक पन्ने के पॉकेटयुक्त राशन कार्ड भी मार्च में बनकर उपभोक्ताओं को मिल जाएंगे। 

दरअसल, राज्य में सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली को लेकर असमंजस की स्थिति रही है। सरकार ने बिना तैयारी की ऑनलाइन राशन वितरण प्रणाली शुरू कर दी। डिपो में मशीनें पहुंच गई पर अधिकांश उपभोक्ताओं के अंगूठे के निशान मिसमैच होने के चलते बहुतों को राशन से वंचित होना पड़ा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार यह सब सर्वर पर अधिक बोझ के चलते हुआ। अंगूठों के निशान में भी गड़बड़ थी। 

अब महकमे के अधिकारी मशीनों को ठीक करने के साथ-साथ एन.आई.एस. के सर्वर की स्पीड और अधिक बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। यहां गौरतलब है कि राज्य में इस समय 11,06,000 बी.पी.एल. कार्ड धारक हैं जबकि 54 लाख अन्य राशन कार्ड धारक हैं। इन सभी को डिपो के माध्यम से हर माह राशन दिया जाता है। खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्ण देव काम्बोज ने विशेष बातचीत में जानकारी दी कि इस पूरी प्रणाली को दुरुस्त किया जा रहा है। राशन की आवक होने और डिलीवरी होने की सूचना उपभोक्ताओं को मोबाइल पर मैसेज के जरिए मिल जाएगी। सभी बायोमीट्रिक मशीनों में अंगूठों के निशान की प्रक्रिया मैनुअल राशन वितरण के साथ जारी रहेगी।

उन्होंने बताया कि जल्द ही इस पूरी प्रक्रिया को ठीक कर लिया जाएगा। काम्बोज ने यह भी बताया कि नया राशन नई लुक वाला होगा। राज्य में राशन कार्ड बने हुए काफी समय हो गया है। बहुतों के राशन कार्ड जीर्ण-शीर्ण हो गए हैं या गुम हो गए हैं। ऐसे में सरकार की ओर 1 पन्ने का राशन कार्ड बनाया जाएगा। इस पर उपभोक्ता क्रमांक, उपभोक्ता एवं दूसरे सदस्यों के नाम प्रिंट होंगे। राशन कार्ड पर राशन वितरण की एंट्री नहीं होगी। एंट्री कम्प्यूटरीकृत होगी।