हरियाणा : 11 लाख घरेलू कनैक्शन वाले उपभोक्ताओं के नाम डिफाल्टर लिस्ट मेंं

12/22/2019 10:56:29 AM

डेस्क: हरियाणा में बिजली का बिल न भरने वाले घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 11 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। इन लाखों घरेलू उपभोक्ताओं के नामों को बिजली वितरण निगम ने डिफाल्टर लिस्ट में डाल दिया है। बिजली के घरेलू कनैक्शन के अलावा डिफाल्टर्स की लिस्ट में टैलीफोन एक्सचेंज के एस.डी.ओ. व अन्य अधिकारी, ब्लॉक डिवैल्पमैंट ऑफिस, ग्राम पंचायत के सरपंच, बी.एस.एन.एल. ऑफिस के एस.डी.ई., ट्रेङ्क्षडग कंपनी, जूनियर इंजीनियर, हरियाणा रोडवेज के अधिकारी, सरकारी स्कूल, प्राइमरी स्कूल के हैडमास्टर, पंचायत अधिकारी, ग्राम पंचायत ऑफिस, पुलिस स्टेशन के एस.एच.ओ.,पब्लिक हैल्थ के एस.डी.ओ., आंगनबाड़ी सैंटर, भारतीय किसान यूनियन ऑफिस, फिशरीज विभाग के अधिकारी,फायर स्टेशन, लेबर यूनियन ऑफिस, फोरैस्ट आफिसर, एस.डी.ओ. इलैक्ट्रिकल नगर निगम, पब्लिक हैल्थ के कई अधिकारियों ने बिजली बिल नहीं भरे हैं। घरेलू कनैक्शन का अक्तूबर महीने तक बिल न भरने वालों की संख्या जहां 11 लाख है वहीं अन्य डिफाल्टर्स की संख्या भी कम नहीं है। 

डिफाल्टर्स लिस्ट में शामिल सरकारी अधिकारियों में बड़ी संख्या सरपंचों, एस.डी.ओ., इंजीनियर्स, स्कूल के हैडमास्टर, सरकारी स्कूलों की है। सूत्रों की मानें तो डिफाल्टर्स द्वारा बिल का भुगतान न किए जाने से बिजली निगम को करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। सूत्र कहते हैं कि डिफाल्टर्स की वजह से निगम को होने वालेनुक्सान को देखते हुए हाल ही में बिजली निगम ने हरियाणा सरकार को एक प्रस्ताव सौंपा है जिसमें कहा गया है कि किसी भी सरकारी विभाग में ऐसे व्यक्ति को नौकरी न दी जाए जिसका नाम बिजली निगम के डिफाल्टर्स लिस्ट में शामिल हो।

नौकरी से पहले आवेदन के साथ उम्मीदवार बताए कि वह बिजली निगम का डिफाल्टर नहीं है और सरकारी नौकरी ज्वाइन करने से पहले निगम द्वारा दिए गए नो ड्यूज सर्टीफिकेट को भी जमा करवाए। सिर्फ इतना ही नहीं यह भी प्रस्ताव में है कि डिफाल्टर्स को हथियार का लाइसैंस भी न दिया जाए। कुछ स्कूलों के कटे कनैक्शन, बहुत से हैं डिफाल्टर्स लिस्ट में करनाल के एक सरकारी स्कूल का बिजली कनैक्शन पिछले 2 सालों से कटा है। बच्चों को अंधेरे कमरे में पढ़ाई करने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहां न सिर्फ बिजली कनैक्शन काटा गया है बल्कि मीटर को भी बिजली कर्मचारियों ने हटा दिया है। जनवरी, 2018 में स्कूल का बिजली बिल भरा जाना था। स्कूल ने कई बार चि_ियां लिख शिक्षा विभाग से बजट भी मांगा लेकिन बजट न मिलने से कनैक्शन काट दिया गया। स्कूल में 50 से अधिक बच्चे पढ़ाई करते हैं और बच्चों के साथ उनके शिक्षकों को भी स्कूल में बिजली सप्लाई न होने से परेशान होना पड़ रहा है। 

करनाल का एक यही स्कूल ऐसा नहीं है जिसने बिजली का बिल नहीं भरा बल्कि रादौर डिवीजन का अंतवा स्कूल, मेहरा सरकारी स्कूल, बंदी का माध्यमिक स्तरीय स्कूल, संदला का प्राइमरी स्कूल, खेड़की भरमाना का प्राइमरी स्कूल, सगरी का सरकारी स्कूल, रादौर का सरकारी प्राइमरी स्कूल, पोटली का प्राइमरी स्कूल, सिकंदरा का प्राइमरी स्कूल, राजेड़ी का प्राइमरी स्कूल जैसे कई हैं जिन पर 30 हजार से लेकर 60 हजार रुपए तक बिजली के बिल बकाया हैं। पानीपत की कई इंडस्ट्रीज के बिजली कनैक्शन काटे गएपानीपत में घरेलू सप्लाई (शहरी) आबादी में रहने वाले 1502 उपभोक्ताओं, गैर घरेलू सप्लाई वाले 602 उपभोक्ताओं द्वारा 1034.02 लाख रुपए के बिल का भुगतान न किए जाने से कनैक्शन काट दिए गए हैं जबकि घरेलू सप्लाई (शहरी) आबादी में रहने वाले 4622 उपभोक्ताओं, गैर घरेलू सप्लाई वाले 221 उपभोक्ताओं द्वारा 1217.93 लाख रुपए का बिल न भरे जाने से उनके कनैक्शन काटे जा सकते हैं। 

पानीपत की 78 इंडस्ट्रीज द्वारा 190.05 लाख रुपए का बिजली बिल न भरे जाने से उनके कनैक्शन सितम्बर महीने में काट दिए गए थे जबकि 34 अन्य इंडस्ट्रीज ऐसी हैं जिन पर 46.64 लाख रुपए का बिल बकाया है। 21 पब्लिक वाटर वक्र्स के नाम भी डिफॉल्टर्स लिस्ट में हैं। पानीपत टाऊन सिटी के सितम्बर महीने का रिकार्ड कहता है कि 180 इंडस्ट्रीज पर 176.23 लाख रुपए का बिल, घरेलू सप्लाई (ग्रामीण) में आने वाले 1292 उपभोक्ताओं द्वारा 52.58 लाख रुपए, घरेलू सप्लाई (शहरी) में आने वाले 2607 उपभोक्ताओं पर 460.50 लाख रुपए, गैर घरेलू सप्लाई वाले 527 उपभोक्ताओं द्वारा 92.91 लाख रुपए का बिल न भरे जाने से उनके कनैक्शन काट दिए गए। इसके अलावा घरेलू सप्लाई (ग्रामीण) के 152 उपभोक्ता, घरेलू सप्लाई (शहरी) के 4730 उपभोक्ता, गैर घरेलू सप्लाई के 80 उपभोक्ता, 26 इंडस्ट्री, कृषि से जुड़े 162 उपभोक्ताओं पर 2187.74 लाख रुपए की राशि के बिल का भुगतान न किए जाने से उनके कनैक्शन कट सकते हैं। 55 पब्लिक वाटर वक्र्स पर 48.42 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। पानीपत रोड डिवीजन के 3996 उपभोक्ताओं के कनैक्शन 997.93 लाख रुपए का बिल न भरे जाने से काट दिए गए हैं जबकि 1117 डिफाल्टर उपभोक्ताओं पर 480.86 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। उधर, सोनीपत की 7 डिवीजनों में नवंबर महीने में 7911 उपभोक्ताओं के बिजली कनैक्शन काट दिए गए हैं। उन पर 4606.58 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है जबकि 13,930 उपभोक्ताओं के नाम डिफाल्टर्स लिस्ट में हैं उन पर 6627.37 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। 

Isha