पकड़ी गई कोर्ट प्रांगण में नवजात छोड़ने वाली महिला, बयां की अपनी कहानी

9/16/2017 6:14:08 PM

अंबाला(कमलप्रीत सभ्रवाल): आखिरकार पुलिस की मेहनत रंग लाई, नवजात से मां मिलाई। जी हां, हम बात कर रहे हैं बुधवार अलसुबह कोर्ट प्रांगण में मिले नवजात की। नवजात मिलने के बाद से ही पुलिस उसकी जन्मदायिनी की तलाश में दिन-रात जुटी थी। पुलिस की यह तलाश वारदात से ठीक तीसरे दिन पूरी हो गई और नवजात को कोर्ट प्रांगण में रखने वाली महिला को ढूंढ निकाला। हालांकि नवजात की मां की तबीयत ठीक न होने की वजह से उसे शहर सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।  

पहले किया इंकार फिर कहा- समाज डर से छोड़ा
पुलिस की पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि यह बच्चा उसका नहीं है। इसके लिए चाहे उसका डी.एन.ए.जांचा जाए। पुलिस व चाइल्ड लाइन वैल्फेयर सदस्यों द्वारा बार-बार पूछने पर महिला ने अपनी पूरी कहानी बताते हुए कहा कि 10 साल पूर्व उसके पति की मौत हो गई थी। वह 4 बच्चों की मां है, जिसमें से 2 लड़कियों की शादी भी हो चुकी है। नवजात की मां ने बताया कि इस उम्र में बच्चा पैदा होने को लेकर वह समाज से डर रही थी। जिस वजह से उसने यह घिनौना कृत्य किया। महिला ने सच्चाई बताते कहा कि उसने खुद ही अपनी डिलीवरी की और उसने जो किया वह उस वक्त होश में नहीं थी और उसे इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि गर्भवती है। इस दौरान महिला ने माफी भी मांगी। 

बच्चे के स्वास्थ्य में हो रहा सुधार
कोर्ट प्रांगण से मिले नवजात को बुधवार से ही शहर सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। जहां पर महिला डाक्टर्स नवजात का पूरा ख्याल रख रही हैं। डॉक्टर एक मां बन उसकी परवरिश कर रही है। 

जिला बाल संरक्षण अधिकारी मेघा सिंगला ने कहा कि सी.सी.टी.वी. फुटेज में महिला के साथ दिखाई दे रही जो बच्ची थी उसे शिशु केयर में रखा जाएगा क्योंकि बच्ची की बड़ी बहन ने बयान दिए हैं कि उसकी मां को फंसाने की कोशिश की जा रही है जिसके बाद बच्ची की सुरक्षा को देखते हुए चाइल्ड वैल्फेयर व जिला बाल संरक्षण विभाग ने उसे शिशु केयर में रखने का निर्णय लिया है। 

कोतवाली थाना इंचार्ज अजीत सिंह ने कहा कि नवजात को लावारिस छोड़ने वाली महिला की पहचान सी.सी.टी.वी. फुटेज से की गई है। महिला की हालत ठीक न होने की वजह से उसे शहर सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। हालत में सुधार होने पर ही पुलिस आगामी कार्रवाई करेगी।