हरियाणा ने विधान भवन के पास मांगी 10 एकड़ भूमि, स्पीकर के प्रयासों को आगे बढ़ा रहे मुख्यमंत्री
9/7/2021 9:26:44 PM
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता द्वारा नए विधान भवन के लिए शुरू किए गए प्रयासों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। विधान सभा अध्यक्ष द्वारा की गई मांग को पूरा करवाने के लिए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इस पत्र में हरियाणा के नए विधान भवन के लिए चंडीगढ़ प्रशासन से जगह दिलवाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने विधान सभा के लिए 10 एकड़ भूमि वर्तमान विधान सभा के पास ही मांगी है। पत्र में मुख्यमंत्री ने विधान भवन में हरियाणा के हिस्से में पंजाब द्वारा किए गए अवैध कब्जे का मुद्दा भी उठाया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि ‘नए विधान भवन का विषय लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ विधान पालिका की गरिमा और आधुनिक दौर की कार्यशैली के लिए मूलभूत ढांचे से जुड़ा है। वर्ष 2026 में प्रस्तावित परिसीमन में हरियाणा में विधायकों की संख्या 126 हो सकती है। विधानसभा के मौजूदा सदन में मात्र 90 विधायकों के लिए बैठने का स्थान उपलब्ध है। इसके साथ ही नए दौर की आवश्यकताओं और तकनीकी विकास के साथ-साथ व्यवस्थाओं को विकसित करना अनिवार्य है। इस नूतन दौर में हरियाणा विधानसभा को भी समयानुकूल भव्य और आधुनिक बनाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। हरियाणा के लिए नए विधान भवन की आवश्यकता इसके पंजाब से चले आ रहे लंबे विवादों के कारण और बढ़ जाती है।
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि हरियाणा राज्य के अस्तित्व में आने के करीब 55 वर्ष बाद भी उसे विधान भवन की इमारत के बंटवारे के अनुसार तय हिस्सा नहीं मिल सका है। हरियाणा विधान सभा के बड़े हिस्से पर पंजाब ने अवैध कब्जा किया हुआ है। हरियाणा अपना हक लेने के लिए निरंतर प्रयास करता रहा है। हरियाणा विधानसभा द्वारा इस संबंध में एक प्रस्ताव पास किया गया और उनके नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा। इन प्रयासों के बावजूद पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक ने इस संबंध में ठोस निर्णय नहीं लिया। मुख्यमंत्री ने इसे जटिल समस्या बताते हुए कहा कि स्थानाभाव में विधान सभा सचिवालय का काम प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा के मौजूदा भवन के अलावा एक नई बिल्डिंग बनाने के लिए पर्याप्त जगह आंबटित करना जरूरी हो गया है। मौजूदा विधानसभा परिसर के समीप पर्याप्त खाली भूमि उपलब्ध है। उन्होंने इसी भूमि में से कम से कम 10 एकड़ भूमि नए हरियाणा विधानसभा परिसर के लिये उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया है।
गौरतलब है कि करीब 2 माह पूर्व विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चंडीगढ़ में ही नए विधान भवन के लिए जगह दिलाने का आग्रह किया था। इससे पूर्व हरियाणा का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक से मुलाकात विधान भवन में हरियाणा का बनता हिस्सा दिलाने की मांग कर चुका है। इसके अलावा ज्ञान चंद गुप्ता इस मसले पर लगातार पत्राचार भी करते रहे हैं।
2026 में प्रस्तावित परिसीमन में हरियाणा में लोक सभा की 14 और विधान सभा की 126 सीटें होने का अनुमान है, लेकिन विधानसभा के सदन में 90 विधायकों के बैठने की ही व्यवस्था है। इसके अलावा एक भी विधायक के लिए स्थान बनाना यहां मुश्किल काम है। 2026 के मात्र 5 वर्ष का समय शेष हैं, इसलिए इस दिशा में अभी से विचार कर योजना बनानी होगी।
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