हरियाणा विधानसभा चुनाव: 2009 में गलत, 2005-2014 में सही रहे एग्जिट पोल

10/23/2019 10:23:33 AM

डेस्क (संजय अरोड़ा):  हरियाणा की 90 और महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार को हुए मतदान के बाद विभिन्न टी.वी. चैनलों द्वारा किए गए एग्जिट पोल में प्रदेश में भाजपा के प्रचंड बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता में आने का अनुमान लगाया गया है जिससे भाजपा खेमे में काफी उत्साह का माहौल है तो वहीं विपक्ष इन एग्जिट पोल को वास्तविकता से परे बताते हुए कह रहा है कि परिणाम इसके विपरीत आएंगे। किसके भाग्य में क्या लिखा है, इसका फैसला तो 24 अक्तूबर को मतगणना के साथ तय होगा मगर हरियाणा के चुनावी इतिहास पर नजर दौड़ाई जाए तो स्पष्ट नजर आता है कि कई बार एग्जिट पोल वास्तविक परिणामों के विपरीत साबित  हुए  हैं  तो कई बार एग्जिट पोल का आकलन सटीक भी रहा है। 

2009 में हुए विधानसभा चुनाव में आए एग्जिट पोल के नतीजे वास्तविक परिणाम की तुलना में गलत साबित हुए थे। उस समय विभिन्न एजैंसियों द्वारा जारी किए गए सर्वेक्षणों व एग्जिट पोल के नतीजों में कांग्रेस को 55 से 65 के बीच सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था जबकि वास्तव में कांग्रेस उस चुनाव में बहुमत से भी 6 सीटें कम हासिल कर पाई। यानी उसका आंकड़ा 40 पर आकर ही ठिठक गया था और उस समय कांग्रेस को 7 निर्दलीयों के समर्थन से दूसरी बार सरकार बनानी पड़ी।  अब  देखना यह होगा कि एग्जिट पोल परिणाम 2005 और 2014 की भांति इतिहास दोहराते हुए सत्य साबित होते हैं या फिर 2009 की तरह यह आंकड़ा गड़बड़ाता है।  

2005 और 2014 में एग्जिट पोल वास्तविक परिणाम के अनुरूप 
अतीत की बात की जाए तो 2005 में हुए विधानसभा चुनावों में आए एग्जिट पोल परिणाम में कांग्रेस के पक्ष में 60-70 सीटें आती दिखाई गई थीं और परिणाम भी लगभग ऐसे ही सामने आए। उस समय कांग्रेस 90 में से 67 सीटें जीतने में कामयाब हुई और विपक्ष का लगभग सफाया हो गया था। उस समय एग्जिट पोल भी वास्तविक परिणाम के अनुरूप रहे। 
वहीं 2014 के विधानसभा चुनावों में एग्जिट पोल के नतीजे चुनाव परिणामों के हिसाब से सटीक साबित हुए। उस समय विभिन्न एग्जिट पोल में भाजपा को 46 से 52 के बीच में सीटें आने का अनुमान लगाया गया था और परिणाम भी एकदम ऐसे ही रहे तथा भाजपा 47 सीटें हासिल करके सत्ता में आई। 


Isha