हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: जीत के लिए निर्दलीय प्रत्याशी भी भर रहे हैं दम, प्रदीप गिल ने जीत का किया दावा
punjabkesari.in Thursday, Sep 26, 2024 - 08:00 PM (IST)
जींद(अमनदीप पिलानिया): हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 का प्रचार अभियान अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है, ऐसे में भाजपा, कांग्रेस, बसपा और क्षेत्रीय पार्टियां मतदाताओं को रिझाने के डोर टू डोर प्रचार करने में जुटी हैं इसी कड़ी में निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल ने मीडिया से बात करते कहा कि देखिये दालावाला गांव के 36 बिरादरी के लोगों ने जहां अपने भाई बेटे को प्यार दिया, वहीं उन दोनों कैंडिडेटों को नकारने का काम किया की उन दोनों कैंडिडेटों ने सदैव 36 बिरादरी के लोगों को सिर्फ वोट से ठगा और उसके बाद उनके घर नहीं आए। ना कोई दुख में, ना सुख में, वो दोनों को दरकिनार करके आज अपने भाई बेटे को जो किसान का कमेरे का बेटा हैं । जिसका चुनाव निशान किसान, गन्ना किसान का चुनाव चिन्ह है। 36 बिरादरी के लोगों ने भरोसा विश्वास दिलाया जिन माताओं से मैं मिलने गया। उनके घरों तक पहुंचा। उन्होंने अपना आशीर्वाद दिया।
गिल का लोगों ने किया स्वागत
दालमवाला गांव के युवाओं द्वारा लाल बत्ती देने पर गिल ने कहा देखिये भाइयों का वैसे मन था। इन्होंने अपनी भावना व्यक्त कर दी लेकिन मैं एक ऐसे कल्चर का आदमी हूं जहां इन चीजों से बहुत परे हूं। मैंने तो गनमैन को भी वापस लौटा दिया, गनमैन की मुझे जरूरत नहीं थी क्योंकि आज जरूरत उन लोगों को है जो कहीं ना कहीं ठगी ठोरी करके जो डरते हैं। हमे ना तो ठगी चोरी करने की जरूरत हैं। मैं मेहनत कर किसान का बेटा हूं, कर्मचारी का बेटा हूं, 36 बिरादरी के लोगों को प्यार मुझे इतना मिल रहा हैं की चारो तरफ ऐसे-ऐसे भाई खड़े हैं मुझे की जरूरत हैं।
अल्पमत में रहेगी सरकार तो निर्दलीय प्रत्याशियो को होगा बोल बाला
उन्होंने कहा कि कभी भगवान ने सुख रखा, विधायक बने और कहीं ना कहीं मुझे ऐसा लग रहा है की सरकारों अल्पमत में रहेगी और जब सरकार बनेगी तो अगर ऐसा हुआ की विधायक बने, मंत्री बने तो इनको ये आभास होगा की कोई मंत्री कैसा होता है और काम कैसे किया जाता है? हमें टीस क्या थी ? मैं भी एक वर्कर था। अपने नेता के पीछे खड़ा हो कर के पार्टी को मजबूत करता था। जब नेता मजबूत हो जाता था तो कभी हमें साथ नहीं रखता था। मैंने इस पर्सनल को बदलना है। इन्हीं चौपालों में आकर के हम लोग दोबारा से उस प्रकार की राजनीति लेकर के आएँगे जैसे चौधरी देवी लाल जी ने कभी करी और हमारे बड़े नेताओं ने की जिनका नाम हुआ, चाहे वह हमारे जो है, नेता वह रहे, सर छोटु राम रहे। भीमराव अंबेडकर ने भी दिशा देने का काम किया। काशी राम ने दिशा देने का काम किया।बहुत सारे ऐसे नेता रहे है इन कल्चर से दूर रहे।
एक को छोड़ के किसी को दिलवालो वोट
देखो भाई एक को छोड़ के किसी को दिलवालो बीजेपी तो भाई खून से सना पड़ा है, खून से जो बीजेपी का कमल का निशान है, वहां तो मुझे जाना होता तो मैं 2014 चला जाता। 2019 चला जाता। उसके अलावा हमारी जो सरदारी कांग्रेस पार्टी अगर सरकार बनाने के सिस्टम में रहेंगी तो हम सभी जा करके हमारे जो ताऊ खड़े है, इनको कह करके की जाईये, आप इनको समर्थन दीजिए और अपनी कंडीशन बताइए की क्या आपने जींद के लिए करना है ?
आज जींद में जहां हम दालमवाला गांव में आए हैं गोडे गोडे पानी पड़ा है। अगर ये गांव गोद ले रखे हो तो मैं विधायक को बताना चाहता हूँ की उनकी एक तस्वीर देख लो। किस प्रकार से आपने ठगी ठोरी करके जो धन इकट्ठा कर लिया 50,00,000 पकड़े गए 50 नहीं, वह करोड़ों रुपये थे। इसलिए ला रहे थे लोकतंत्र का गला घोटने के लिए। क्योंकि हर दिन की रिपोर्ट जहाँ गन्ना किसान को बढ़ा रही है वहाँ इन्हें घटा रही है तो यह बौखला रहे हैं। या तो हमारे बच्चों को नशा देने का काम करेंगे या यह फरीद फ़्रोक करने का काम करेंगे। मैं तो जवानों को कहना चाहता हूँ की दो से तीन राते आने वाली पूरा सचेत रहे। गांव की हर गली में मुस्तैद रहे। ये लोग ऊंची हरकत जरूर करेंगे क्योंकि इनका अब समय चला गया। अब समय आ रहा है आम परिवार के बच्चों का।