हरियाणा की इस भैंस ने तोड़ डाला पाकिस्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड

12/14/2019 4:06:08 PM

हिसार (ब्यूरो): हिसार जिले की मुर्राह नस्ल की भैंस देशभर में प्रसिद्ध हैं। इन भैंसों के जरिए पशुपालक देशभर में अपनी पहचान बनाए हुए हैं। ऐसे ही एक पशुपालक हैं गांव लितानी के सुखबीर ढांडा। इस पशुपालक की मुर्राह नस्ल की भैंस ‘सरस्वती’ ने पाकिस्तान की भैंस का वल्र्ड रिकॉर्ड तोड़कर पूरे विश्व में डंका बजाया है।

पशुपालक सुखबीर ढांडा ने बताया कि उसने 2007 से पशुपालन शुरू किया था। वर्ष 2009 से वो पशुपालन विभाग की दुग्ध देने की प्रतियोगिता में भैंसों को ले जाने लगा। हाल ही में अपनी भैंस ‘सरस्वती’ को लेकर पंजाब के लुधियाना के गांव जगरांव में हुए डेयरी एंड एग्री एक्सपो में हिस्सा लिया। वहां पी.डी.एफ. प्रतियोगिता में पाकिस्तान की भैंस का दूध देने के मामले में वल्र्ड रिकॉर्ड तोड़ा है। प्रतियोगिता में ‘सरस्वती’ ने 32 किलो 66 ग्राम दूध देकर चैम्पियन बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

यह रिकॉर्ड पहले पाकिस्तान की भैंस के नाम था, जिसने 32 किलो 50 ग्राम दूध दिया था। यही नहीं इस दौरान भैंस ‘सरस्वती’ को पहली बार मेला चैम्पियन भी घोषित किया गया। भैंस ‘सरस्वती’ की उम्र 7 साल की है। सुखबीर के पास अब भैंस ‘सरस्वती’ का ही कटड़ा है, जिसका नाम ‘नवाब’ है। नवाब से वह हर साल लाखों रुपए कीमत के सीमन तैयार करके बेचते हैं। सुखबीर सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक ‘सरस्वती’ से ही क्लोन तैयार करने की भी तैयारी कर रहे हैं। ‘सरस्वती’ से ही पैदा हुई कटड़ी की कीमत साढ़े 4 लाख की है।  यही नहीं भैंस ‘सरस्वती’ की कीमत 51 लाख लग चुकी है। सुखबीर का कहना है कि अगर कोई ‘सरस्वती’ भैंस की एक करोड़ कीमत भी लगा दे तो वे नहीं बेचेंगे। 

पशुपालन बढिय़ा करियर : सुखबीर 
पशुपालक सुखबीर सिंह ने कहा कि पशुपालन भी एक बेहतर व्यवसाय है अगर सही ढंग से किया जाए तो। बस जरूरत है अच्छे सीमन के उपयोग करने की, साथ ही सरकार की तरफ से कई स्कीमें चलाई गई है उनका किसानों को और पशुपालकों को सही तरीके से फायदा उठाना चाहिए।

Isha