खट्टर मंत्रिमंडल में फेरबदल पर सियासत, विधायकों के मुलाकात का सिलसिला जारी

4/6/2017 10:28:42 AM

चंडीगढ़(बंसल/पांडेय):हरियाणा की खट्टर मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावनाओं के बीच मंत्री बनने की लाइन में लगे विधायकों की सियासत कम नहीं हुई है। हालांकि पार्टी हाईकमान की ओर से दिल्ली एम.सी.डी. चुनाव तक सभी को चुप रहने को कहा गया है, लेकिन असंतुष्ट विधायकों की भागदौड़ यथावत है। इसी कड़ी में गत दिवस भिवानी के बवानीखेड़ा विधायक विशंभर वाल्मीकि ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। वहीं भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ पिछले कई दिनों से दिल्ली दरबार में जोर-आजमाइश कर रहे हैं। सर्राफ को बीते साल मंत्री पद से हटाया गया था। इन विधायकों का तर्क है कि भिवानी जिले को मंत्रिमंडल से उपेक्षित रखा गया है। सूत्रों की मानें तो भिवानी को प्रतिनिधित्व देने पर पार्टी हाईकमान भी राजी हो गया है। ऐसे में यदि विशंभर वाल्मीकि को मंत्रिमंडल में जगह मिलती है तो मंत्रिमंडल के मौजूदा वाल्मीकि समुदाय के मंत्री की छुट्टी हो सकती है, क्योंकि विशंभर वाल्मीकि को वाल्मीकि मंत्री के स्थान पर ही शिफ्ट किया जा सकता है।

पिछले एक पखवाड़े से हरियाणा सरकार में बदलाव की चर्चाएं पूरी तरह से हवाओं में तैर रही हैं। 2-3 दिन पहले दिल्ली दरबार में पार्टी के कई मंत्री-विधायकों ने दस्तक देते हुए हाईकमान से मुलाकात की थी। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी संघ व पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। बदलाव की चर्चाओं में सबसे ज्यादा मामला सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर है, जिसको लेकर बीते दिनों भाजपा हाईकमान में खूब जोर-आजमाइश चली, लेकिन हाईकमान की ओर से फिलहाल दिल्ली एम.सी.डी. चुनाव तक टाल दिया गया है। लेकिन विधायकों में सियासत अभी थमी नहीं है और मंत्री बनने वालों की इच्छाएं हिलोरे मार रही हैं।

सचिवालय में दिखी रौनक 
मंत्रिमंडल में फेरबदल की कवायद के बीच गत दिवस हरियाणा सिविल सचिवालय में काफी रौनक दिखाई दी। मंत्रियों की उपस्थिति तो कम नजर आई, लेकिन विधायकों की टीम ज्यादा दिखाई दी। हालांकि मंत्री-विधायकों के दरबार में फेरबदल की चर्चाएं हावी रही। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी दोपहर बाद चंडीगढ़ पहुंच गए थे।