हरियाणा में 3 साल से कम की उम्र के बच्चों को अब नहीं मिलेगा दाखिला

12/21/2018 4:14:26 PM

पानीपत: हरियाणा के स्कूलों में अब 3 साल से कम उम्र के बच्चों के दाखिले पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही फर्स्ट क्लास से पहले केवल दो प्री-क्लास-1 व 2 होंगी। इसका मतलब अब बच्चे को पहले 2 साल प्री-क्लास में ही रखा जाएगा। अब तक चली आ रही प्रणाली के अनुसार पहली कक्षा में पहुंचने से पहले बच्चे को प्री क्लास, नर्सरी, केजी और यूकेजी के लिए 4 वर्ष तक पढ़ना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

आजकल के माता-पिता बच्चे का दाखिला बहुत छोटी उम्र में करा देते है। जिससे उनपर पहले ही ढ़ेर सारा बोझ आ जाता है। शिक्षा विभाग के एसीएस पीके दास ने बताया कि कुछ अभिभावकों की शिकायत मिली थी कि प्राइवेट स्कूल व प्ले स्कूल 3 साल से कम उम्र के बच्चों का दाखिला कर रहे हैं। इस पर विभाग ने गुरुवार को नई गाइडलाइन जारी की है। जल्द ही प्राइवेट स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी। साथ ही कहा कि जो इन नियमों की अवहेलना करेगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

स्कूलों को अब बिना टेस्ट देना होगा दाखिला :
हरियाणा सरकार की नई स्कीम के अनुसार अब बच्चे के दाखिले के लिए लिखित या मौखिक टेस्ट नहीं होगा। बच्चों के अनुपात में शिक्षक होने चाहिए। दाखिला पहले आओ पहले पाओ की नीति पर देना होगा। यदि सीटें कम और आवेदन ज्यादा तो लॉटरी से दाखिला देना होगा। साथ ही हरियाणा में कर्मचारी के बच्चे, सिंगल पैरेंट्स के बच्चे, दिव्यांग बच्चे, गर्ल्स को प्राथमिकता देनी होगी।

इससे पड़ेगा प्राइवेट स्कूलों पर गहरा असर :
इस नियम के बाद इसका सीधा असर प्राइवेट स्कूलों पर पड़ेगा। ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों में तीन साल से कम उम्र के बच्चे को दाखिला ले लिया जाता है। जिससे मोटी फीस आती है। अब 2 साल के बाद ही पहली कक्षा में पहुंचने से प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होगी। जिससे प्राइवेट स्कूलों द्वारा वसूली जाने वाली मोटी रकम पर प्रभाव पड़ेगा।

 

Rakhi Yadav