जासूसी के विरोध में कल रोष मार्च निकालेगी हरियाणा कांग्रेस

7/21/2021 8:00:23 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा प्रदेश कांग्रेस जासूसी के विरोध में वीरवार 22 जुलाई को रोष मार्च निकालेगी। यह रोष मार्च प्रात: 10.00 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से हरियाणा राजभवन तक निकाला जायेगा। इस रोष मार्च में हरियाणा के प्रभारी विवेक बंसल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही कांग्रेस के विधायक, वरिष्ठ नेतागण व कार्यकर्ता भारी संख्या में शामिल होंगे। कुमारी सैलजा ने यह जानकारी चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा राहुल गांधी समेत देश के विपक्षी नेताओं, सम्मानित न्यायधीशों, पत्रकारों तथा संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की जासूसी करवाना एक ज्वलंत मुद्दा है। पेगासस स्पाइवेयर द्वारा जासूसी किए जाने का खुलासा अंतराष्ट्रीय स्तर पर हुआ है परंतु भाजपा सरकार द्वारा इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्यवाही करने की बजाए इस जासूसी प्रकरण को दबाने के लिए अनाप-शनाप बयानबाजी की जा रही है। उन्होंने कहा कि केवल भारत ही नहीं लगभग 45 देशों द्वारा इस स्पाइवेयर को प्रयोग किए जाने का खुलासा हुआ है, लेकिन बड़े ही दुख की बात है कि हमारी सरकार आज तक यह नहीं बता पाई कि उसने यह जासूसी यंत्र खरीदा है या नहीं खरीदा है, अगर खरीदा है तो कितने रूपयों में खरीदा है।

सैलजा ने कहा कि इजरायली पेगासस स्पाइवेयर और सभी एनएसओ उत्पाद विशेष रूप से केवल सरकार को बेचे जाते हैं, इसलिए यह स्पष्ट है कि भारत सरकार और इसकी एजेंसियों ने विपक्षी नेताओं, पत्रकारों, वकीलों और एक्टिविस्ट के फोन हैक करने के लिए यह स्पाईवेयर खरीदा था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने ऐसा करके न केवल भारतवर्ष की छवि धूमिल की है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी किया है। आज इस देश में संविधान और कानून, दोनों की हत्या मोदी सरकार द्वारा की जा रही है, प्रजातंत्र को पैरों तले रौंदा जा रहा है और देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।

समाचारों से खुलासा हुआ है कि मोदी सरकार ने लगभग 300 लोगों की जासूसी करवाई जिसमें राहुल गांधी, देश की सीमा पर हमारी सुरक्षा करने वाली सुरक्षा एजेंसियों, सहित इनके खुद के मंत्री भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस स्पाइवेयर का प्रयोग राजनीतिक खेल खेलने और सरकारें गिराने के लिए किया जा रहा है। न केवल कर्नाटक में कांग्रेस समर्थित सरकार को गिराने के लिए भी भाजपा ने यही हथकंडे अपनाए थे, बल्कि पिछले लोक सभा चुनावों में जासूसी यंत्र का दुरूपयोग किया गया था।

कुमारी सैलजा ने बताया कि पेगासस सॉफ्टवेयर कोई मामूली सॉफ्टवेयर नहीं है। इससे इंटरनेट और ब्रॉडबैंड को भी इंफैक्ट किया जा सकता है। लेकिन मोदी सरकार इसके बारे में सच्चाई बताने से परहेज कर रही है। यानी इस देश के लोग अपने टेलीफोन पर, यूट्यूब पर क्या देखते हैं, क्या मैसेज करते हैं, क्या सर्च करते हैं, उन सब पर सरकार नजर रख सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसा करना आईटी अधिनियम के तहत एक आपराधिक गतिविधि है।

मोदी सरकार द्वारा इजरायली जासूसी यंत्र को असंवैधानिक तरीके से प्रयोग करने का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है और मांग करती है कि पेगासस स्पाइवेयर की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में या जेपीसी द्वारा जांच करवायी जाए ताकि देश व दुनिया को असलियत का पता चल सके। इसके साथ कांग्रेस पार्टी की यह मांग भी है कि गृह मंत्री अमित शाह, जो इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेवार है, तुरंत इस्तीफा दें।

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Content Writer

vinod kumar