गौवंश की मौत से नंदीशालाओं पर संकट

7/11/2017 7:37:24 AM

चंडीगढ़ (पांडेय):कुरुक्षेत्र की नंदीशाला में गौवंश की मौत का मामला खट्टर सरकार के लिए गले की फांस बन गया है। सरकार ने अंदरूनी तौर से निर्माणाधीन नंदीशालाओं में गौवंश रखने पर रोक लगा दी है। सरकार ने अफसरों को नंदीशालाओं में शैड, फर्श और चारदीवारी का काम तत्काल पूरा करवाने के आदेश दिए हैं। खासतौर से बारिश के दिनों में गौवंश की देखभाल के लिए सख्त हिदायतें जारी की हैं। सरकार के इन फरमानों से 31 जुलाई तक 6500 गांवों में नंदीशाला बनाने का प्रस्ताव फिलहाल पूरा होता नजर नहीं आ रहा। वजह साफ है कि अधिकतर गांवों में अभी तक सिर्फ चारदीवारी का काम ही चल रहा है। प्रदेश के आवारा व बेसहारा पशुओं को संरक्षण देने का जिम्मा ग्राम पंचायतों को सौंपा गया है।

हरियाणा में 430 गौशालाएं
हरियाणा में इस समय 430 मुख्य गौशालाएं हैं। इन गौशालाओं में से 103 गौशालाएं ऐसी हैं जो करीब 20 एकड़ में फैली हैं। गौशालाओं को बढ़ावा देने के लिए खट्टर सरकार ने सबसिडी सिस्टम भी शुरू किया है जिसमें 5 गाय तक रखने वालों को 50 फीसदी तो 5 से ज्यादा गाय रखने वालों को 25 फीसदी की सबसिडी का प्रावधान तय किया गया है।गौ सेवा आयोग के चेयरमैन भानीराम मंगला का कहना है कि हरियाणा सरकार आवारा व बेसहारा पशुओं को संरक्षण देने के लिए प्रदेश के 6500 गांवों में नंदीशाला और गौशाला खोलने की दिशा में काम कर रही है। निर्माणाधीन गौशालाओं में पशुओं को शिफ्ट करने पर रोक लगा दी गई है और नंदीशाला बनाने के लिए तुरंत प्रभाव से बजट जारी किए जा रहे हैं।