हरियाणा बेटी ने अपने नाम किया एशिया बुक ऑफ रिकार्ड, 5 मिनट में लगाए 53 पौधे
11/14/2021 2:26:36 PM
फतेहाबाद (रमेश): कहते हैं कुछ कर गुजरने कि हिम्मत हो तो बड़ी से बड़ी समस्याएं राह नहीं रोक सकती। फतेहाबाद की नेहा ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया जिससे न केवल उसने अपना और अपनों का रोशन किया बल्कि इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कर लिया। दोनों ही संस्थानों ने नेहा को उसकी इस सफलता के लिए प्रमाण पत्र और मैडल देकर सम्मानित किया है। फतेहाबाद की अंजलि कॉलोनी में रहने वाली नेहा ने बताया कि वो पर्यावरण में लगातार घुलते जहरीले धुंए और प्रदूषण को लेकर चिंतित थी। पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य से उसने अपना योगदान देते हुए पौधे लगाने की सोची और 5 ही मिनट में 53 पौधे लगा ड़ाले। 5 मिनट में किए गए इस पौधारोपण की उसने बाकायदा विडियो भी बनाया और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड एवं एशिया बुक ऑफ रिकार्ड को भेजा।
नेहा ने बताया कि दस्तावेज भेजने के लिए कुछ दिनों के बाद उसके पास इंडिया बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड से उसके संदेशा मिला कि उसने 5 मिनट में 53 पौधे लगा कर एक नया रिकार्ड कायम किया है और उसका नाम इंडिया बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज किया जा रहा है, तो उसकी खुशी की सीमा नहीं रही। नेहा औंर उसका परिवार अभी इंडिया बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज होने पर खुशी मना ही रहे थे कि एशिया बुक ऑफ वल्र्ड ने भी उसका नाम दर्ज कर उसके पास संदेशा भेजा तो उनकी खुशी दौगुनी हो गई। दोनों संस्थानों ने उसके काम को प्रमाणित करते हुए बाकायदा प्रमाण पत्र भेजे हैं साथ ही मेडल भी दिए हैं। नेहा ने बताया कि इससे पहले 5 मिनट में 40 पौधे लगाने का रिकार्ड था।
नेहा और उसके माता-पिता ने बताया कि नेहा का यह काम उन लड़कियों और महिलाओं के लिए प्रेरणा बनेगा जो अपने जीवन कुछ कर दिखाना चाहती हैं। उन्होंने कहा आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है, बस जरूरत है उन्हें प्रेरित करने की और उनका साथ देने की। वहीं नेहा ने बताया कि पर्यावरण को बचाना हर इंसान का कत्र्तव्य बनता है, इसके लिए वो जितना हो सके अपना सहयोग दें। हर इंसान को अपने जीवन में न केवल पौधे लगाने चाहिए बल्कि उनका ध्यान भी रखना चाहिए। नेहा ने कहा अक्सर देखते हैं कि लोग पौधे लगवाकर भूल जाते हैं, और देखरेख के अभाव पौधे कुछ ही दिनों में नष्ट हो जाते हैं। इसलिए पौधे लगाकर उसकी देखरेख भी की जानी आवश्यक है।