हरियाणा शिक्षा बोर्ड की बड़ी लापरवाही, रि-चैकिंग करवाने पर फेल से पास हुई छात्रा

7/17/2017 4:33:18 PM

फतेहाबाद (गौतम तारीफ):फतेहाबाद के गांव भिरडाना की एक छात्र ने शिक्षा बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। यह सवाल वाजिब भी है, क्योंकि बोर्ड की गलती का खामियाजा इस छात्रा को भुगतना पड़ा है। एक तो मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा, ऊपर से आर्थिक नुकसान हुआ। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 11वीं की छात्र सुषमा ने बताया कि उसने हरियाणा शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत 10वीं की परीक्षा दी थी।

सभी विषयों में सही अंक आए हैं, लेकिन अंग्रेजी विषय में केवल 7 अंक ही आए। जबकि उसे उम्मीद थी कि उसे 60 से ज्यादा अंक मिलने चाहिए। कम अंक आने पर शक हुआ। फिर अंग्रेजी विषय में रि-चेकिंग के फार्म भरे। इस फार्म पर 800 रुपए खर्च हो गए। 

छात्र ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करते हैं। 800 रुपए खर्च करने का अर्थ है कि उसके पिता की 3 दिन की मजदूरी खर्च हो गई। छात्रा की ओर से जब रि-चैकिंग का फार्म भरा गया तो उसके अंकों को सही किया गया और 7 की जगह 60 अंक किए गए। अब छात्रा ने बोर्ड से मांग की कि रि-चैकिंग फीस पर खर्च की गई 800 की राशि उसे वापिस लौटाई जाए। 

छात्रा का कहना है कि गलती उसकी नहीं बल्कि शिक्षा बोर्ड के अध्यापकों की थी इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा है। छात्रा के पिता का कहना है कि वह मजूदरी करके परिवार का पेट पालता है और रि-चैकिंग में खर्च हुई राशि से उसकी 3 दिन की मजदूरी खर्च हो गई है। उनका कहना है कि अंग्रेजी में कम नम्बर आने की वजह से उसकी बेटी काफी दिनों तक डिप्रेशन में भी रही। उन्होंने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और वह बेटियों को पढ़ा भी रहे हैं, लेकिन फिर भी बेटियों को इस तरह की लापरवाही के चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।