हरियाणा चुनाव: टोहाना सीट पर दिलचस्प होगी लड़ाई, भाजपा अध्यक्ष की राह नहीं होगी आसान

10/12/2019 6:19:42 PM

टोहाना(सुशील): हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। सभी राजनीतिक दलों ने जीत के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। कई सीटों पर समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं। बात की जाए टोहाना सीट की तो, इस सीट पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चुनाव लड़ेंगे। बराला वर्ष 2004 व 2009 में टोहाना से दो बार विधानसभा चुनाव हारे थे। 

वर्ष 2014 में मोदी लहर व डेरा समर्थकों के सहयोग से बराला विधानसभा में पहुंचे तथा पार्टी ने उन्हे प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेवारी दी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के पद पर आने के बाद बराला के नेतृत्व में भाजपा ने पंचायती राज, नगर निगम, जींद उपचुनाव व लोकसभा की दस की दस सीट जीतने का काम किया। बराला वर्ष 2019 में अब विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी है। सुभाष बराला को वर्ष 2014 में हुए मतदान में कुल मतदान के 28.6 प्रतिशत मत मिले थे।

देवेंद्र सिंह बबली, प्रत्याशी जजपा टोहाना
वहीं जजपा नेता देवेंद्र सिंह बबली ने वर्ष 2014 में आजाद प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ा, जिसमें वे लगभग 38 हजार वोट लेकर चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। चुनाव के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तवंर से नजदीकी के चलते बबली कंाग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में गुटबाजी का नुकसान के चलते तंवर की कुर्सी चली गई तथा बबली की कंाग्रेस की टिकट भी गुटबाजी की भेंट चढ़ गई। 

कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद देवेंद्र सिंह बबली ने कांग्रेस का दामन छोड़कर जजपा का दामन थाम लिया। इस बार देवेंद्र सिंह बबली जजपा की टिकट पर चुनाव लड रहे है। जिसमें पिछली बार इनेलो की तरफ से चुनाव लड़कर दूसरे नंबर पर रहे निशान सिंह भी साथ दे रहे है जो जजपा के प्रदेशाध्यक्ष है। पिछली बार चुनाव में देवेंद्र सिंह बबली को 22.1 प्रतिशत मत मिले थे तथा इनेलो प्रत्याशी निशान सिंह 24.6 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर थे। अब दोनों मिलकर चुनाव लड़ रहे है तो सुभाष बराला पर भारी होते नजर आ रहे है।

राजपाल सैनी, प्रत्याशी इनेलो टोहाना                 
इनेलो ने इस बार अपने प्रत्याशी के रूप में शहर के वार्ड़ नंबर तीन से पार्षद राजपाल सैनी को टिकट दिया है। राजपाल सैनी शहर के तीन नंबर वार्ड से लगातार तीन बार चुनाव जीतकर नगर परिषद में पहुंच रहे है। शहर व वार्ड की जनता से मिले प्यार के चलते इनेलो ने राजपाल सैनी को दावेदार बनाया तथा इनेलो सुप्रीमों के दोहते कुणाल करण सिंह राजपाल सैनी का सहयोग कर रहे है। राजपाल सैनी पहली बार  विधानसभा का चुनाव लड रहे है।

परमवीर सिंह, प्रत्याशी कांग्रेस टोहाना
कांग्रेस की टिकट पर जीतकर कृषि मंत्री व सीपीएस जैसे पदों पर रहने वाले परमवीर सिंह को कांग्रेस ने टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। परमवीर सिंह के परिवार का टोहाना की सीट पर दबदबा रहा है जिसके चलते अब तक हुए 13 बार चुनावों में से 8 बार इनके परिवार का दबदबा रहा है। परमवीर सिंह को पिछले बार हुए चुनावा में 19.1 प्रतिशत मत मिले थे जिसके बाद वे कृषि मंत्री होते भी चौथे नंबर पर रहे थे। परमवीर सिंह ने वर्ष 2005 व 2009 में चुनाव जीता था, लेकिन तीसरी बार वे 2014 के चुनाव में मोदी लहर सिरसा सच्चा सौदा का भाजपा को समर्थन के चलतेे चुनाव हार गए थे।

Shivam