हरियाणा सरकार की 3 पहचान किसान, खिलाड़ी व जवानों का अपमान: हुड्डा

5/2/2018 10:02:39 AM

चंडीगढ़(बंसल): पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सी.बी.आई. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने यहां तक कह दिया कि वह कानूनी लड़ाई कोर्ट में तथा राजनीतिक लड़ाई सड़कों पर लड़ेंगे।

एम.एल.ए. हॉस्टल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि किसान, खिलाड़ी और जवान हरियाणा की 3 पहचान हैं, पर हरियाणा सरकार इनका अपमान कर रही है। हाल में राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीत देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों के सम्मान में आयोजित किया जाने वाला समारोह रद्द करना इसका ताजा सबूत है। केंद्र सरकार में नौकरी करने वाले हरियाणा मूल के खिलाडिय़ों को भी पूरी ईनाम राशि दी जाए। सरकार खिलाडिय़ों को नौकरी देने का सिलसिला जल्द शुरू करे और बकाया ईनाम राशि का तुरंत भुगतान हो।

हुड्डा ने कहा कि सरकार बताए कि खनन माफिया पर नकेल कसने के बजाय अवैध खनन रोकने वालों पर कार्रवाई क्यों हो रही है? कहा कि आर.टी.आई. से मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा सरकार ने विज्ञापनों पर पौने 4 अरब रुपए खर्च कर डाले। जबकि धरातल पर कोई काम नहीं हुआ। हुड्डा ने ओवरलोडिंग वाहनों का मसला उठाते हुए कहा कि कैथल के एक ट्रांसपोर्टर की झज्जर के ट्रांसपोर्टर से हुई बातचीत का वीडियो वायरल हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री का भी जिक्र आया, पर मुख्यमंत्री ने स्थिति स्पष्ट नहीं की। आज मंडियों में बारदाने की कमी और उठान न होने से किसान, आढ़ती व मजदूर परेशान हैं।

एक तरफ सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने का दावा कर रही है। वहीं अधिकतर किसानों को सरसों एम.एस.पी. से 500 से 700 रुपए तक कम कीमत पर बेचनी पड़ी है। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में मीटर खरीद घोटाला, धान घोटाला, खनन घोटाला और अब गरीब आदमी की ‘आटा दाल स्कीम’ का दाल घोटाला व आम आदमी को सरकारी अस्पताल में दी जाने वाली दवाइयों की खरीद में भी घोटाला सामने आया है, पर सरकार किसी की भी जांच करवाने से बच रही है।

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में नई भर्ती करने वाली संस्था एच.एस.एस.सी. नौकरी बेचने का अड्डा बन गया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि एच.एस.एस.सी. में हुए घपलों की पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के कार्यरत न्यायाधीश से जांच करवाई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

Rakhi Yadav