हरियाणा सरकार ने खेल नीति नहीं वोट नीति बनाई है: मलिक(video)

4/26/2018 5:31:50 PM

चंडीगढ़ (धरणी): भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व इनेलो के वरिष्ठ नेता एम एस मलिक ने खिलाडिय़ों का सम्मान समारोह रदद् करने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने स्पोट्र्स नीति नहीं वोट नीति बनाई है। भाजपा सरकार के बनने के बाद से यह पहली खेल नीति थी और  खिलाडिय़ों का पहला ही सम्मान समारोह था, वो भी कैंसल कर दिया गया। मलिक ने कहा कि इस प्रोग्राम के कैंसिल होने से सरकार की प्रदेश में खूब फजीहत हुई है।

मलिक ने कहा कि खिलाडिय़ों में सरकार को किसी तरह का भेद-भाव नहीं करना चाहिए। प्रदेश के सभी खिलाड़ी एक समान है वो चाहे किसी भी संस्थान की तरफ से खेले। अपने शाशन काल का हवाला देते हुए मलिक ने कहा कहा जब प्रदेश में इनेलो की सरकार थी तब कमल महेश्वरी ने ब्रॉन्ज मैडल जीता था, वह आंध्रा की रहने वाली थी, लेकिन उन का ससुराल हरियाणा में था, हरियाणा से किसी भी प्रकार का ताल्लुक होने पर उस समय की मौजूदा सरकार ने उन्हें रोहतक में 25 लाख की इनामी राशी प्रदान की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पहले तो खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए नकद ईनाम का ऐलान किया बाद में जब खिलाडिय़ों ने अपनी जबरदस्त परफॉर्मेंस से 22 मेडल जीत लिए तो ईनामी राशि देने से पीछे हट गई।

बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीत कर हरियाणा का नाम रोशन करने वाले हरियाणा के 22 खिलाडिय़ों का सम्मान करने का मन प्रदेश सरकार बनाए बैठी थी, प्रदेश की खेल नीति के मुताबिक कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा के किसी खिला​ड़ी के स्वर्ण पदक जीतने पर उसे डेढ़ करोड़ रुपये, रजत पदक पर 75 लाख रुपये जबकि कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 50 लाख रुपये का इनाम दिया जाना था। लेकिन जो रेलवे या अन्य की विभाग की ओर से खेले हैं उनको प्रदेश सरकार की ओर से इनाम की राशि में से कुछ राशि कम करने की बात हो रही थी, जिसका कुछ खिलाड़ी विरोध कर रहे थे। खिलाडिय़ों के इसी विरोध के मद्दे नजर 26 अप्रैल का कार्यक्रम अब रद्द कर दिया गया था। यहां तक की सरकार ने इस सम्मान के निमंत्रण कार्ड भी बंटवा दिए थे, यह कार्यक्रम पंचकूला में आयोजित किया जाना था।

Shivam