हरियाणा सरकार ने बढ़ाया आलू का संरक्षित मूल्य, किसान इस तरीके से कर सकते हैं नुकसान की भरपाई
12/23/2021 3:50:59 PM
पलवल (दिनेश): प्रदेश सरकार ने भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत आलू की फसल का संरक्षित मूल्य 500 रूपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 600 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया है। जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने आज जानकारी देते हुए बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर जाकर पंजीकरण कराना आवश्यक है। इसके लिए बागवानी सहायता केंद्र के टोल फ्री नंबर पर भी संपर्क किया जा सकता है।
जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा राज्य के किसानों को उनकी फसलों की सही कीमत प्रदान करने के लिए हरियाणा भावांतर भरपाई योजना 2021 को शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानों को अपनी फसल मंडी में बेचने पर कम कीमत मिलती है, अर्थात किसानों को नुकसान होता है, उसकी भरपाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।
उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत सब्जियों में आलू, प्याज, टमाटर, फूलगोभी, गाजर, मटर, शिमला मिर्च, बैंगन, भिंडी, मिर्च, लौकी, करेला, हल्दी, पत्तागोभी, लहसुन, मूली तथा फलों में अमरूद, आम, किन्नू को शामिल किया गया है। हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा आलू की फसल का संरक्षित मूल्य 500 रूपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 600 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया है, जिसका लाभ पलवल जिले के किसानों को होगा। इस योजना के तहत किसानों को कृषि में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
वहीं जिला उद्यान विकास अधिकारी डॉ. संतोष शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा आलू की फसल का रेट 600 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया है। यदि मंडी में किसान को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है तो मार्किट कमेटी में जे फार्म कटवाकर उसे पोर्टल पर अपलोड करना होगा, जिससे सरकार द्वारा किसान की भरपाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि भरपाई की राशि सीधे किसान के खाते में डाली जाएगी।
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