हरियाणा सरकार ने दिए 1 लाख रैपिड टेस्ट किट के आर्डर, 20 मिनट में ही चलेगा कोरोना का पता

4/9/2020 10:55:13 AM

चंडीगढ़(धरणी)-  हरियाणा सरकार द्वारा एक लाख रैपिड टेस्ट किट के आर्डर दिए गए हैं। यह किट पंद्रह से बीस मिनट में ही कोरोना के बारे में बता देगी। इसकी रिपोर्ट में पॉजिटिव आने वाले सभी लोगों के नियमित कोरोना टेस्ट होंगे ताकि प्रदेश में कोरोना से ग्रसित लोगों का सही आंकड़ा पता लग सके।हरियाणा में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच प्रदेश की भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार टेस्ट का आंकड़ा बढ़ाएगी। सभी 22 जिलों में रेंडम टेस्ट करने का निर्णय लिया है।तब्लीगी जमातियों की वजह से प्रदेश में बढ़े कोरोना के पॉजिटव मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। ऐसी आशंका है कि राज्य में इससे संक्रमण के मामले बढ़े होंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा भी लगातार यह बात कही जा रही है कि भारत में दूसरे मुल्कों के मुकाबले बहुत कम टेस्ट हो रहे हैं। 

सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से भी सभी राज्यों को इस संदर्भ में आदेश दिए गए हैं।सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकार ने रेंडम टेस्ट का फैसला तो ले लिया लेकिन जिन एक लाख किट का आर्डर दिया है, वे आएंगी कब तक, इसका कोई जवाब सरकार के पास नहीं है। सरकार ने डॉक्टरों, नर्स व पैरा-मेडिकल स्टॉफ के लिए भी एक लाख पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट) किट तथा दो लाख ढाई लाख एन-95 मॉस्क का आर्डर दिया हुआ है। गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का दावा है कि चार हजार पीपीई किट हर रोज प्रदेश में डिलीवर होंगी।

विज के इस दावे से इत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अभी भी डॉक्टरों के पास सेफ्टीवियर का संकट है। डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला के निर्वाचन क्षेत्र उचाना कलां के अस्पताल में तो हालात और भी बुरे हैं। मेडिकल स्टॉफ ने एक तरह से हाथ ही खड़े कर दिए हैं। बुधवार को चंडीगढ़ में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मीडिया से रूबरू हुए गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि रैपिड टेस्ट किट से काफी हद तक स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लॉकडाउन की क्या स्थिति रहेगी, इसका फैसला भी अब रेंडम टेस्ट की रिपोर्ट के बाद ही होगा। वहीं अधिकांश तब्लीगी जमातियों के सैम्पल भी स्वास्थ्य विभाग ले चुका है। इनकी रिपोर्ट दो से तीन दिन में आने की उम्मीद है। यह रिपोर्ट भी लॉकडाउन को बढ़ाने या खत्म करने में कारगर सिद्ध होगी। अगर पॉजिटिव केस बढ़ते हैं तो सरकार अभी लॉकडाउन को खत्म करने का जोखिम नहीं लेगी।

Isha