1 लाख नए सोलर वाटर पम्प लगाएगी सरकार

9/13/2017 11:34:42 AM

चंडीगढ़:हरियाणा सरकार ने प्रदेश में सिंचाई उद्देश्य के लिए एक लाख नए सोलर वाटर पम्प स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इस कड़ी में अगले वर्ष के दौरान 25 हजार पम्प लगाए जाएंगे। यह निर्णय यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई नवी एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग की बैठक में लिया गया। उन्होंने 110 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और इतने ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट को स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री ने विभाग को निर्देश दिए कि वे ग्रीन एनर्जी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग सुनिश्चित करें और डार्क जोन को छोड़ ऐसे खंडों को चिन्हित कर चरणबद्ध तरीके से सोलर वाटर पम्प स्थापित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि शुरूआत में 25 हजार सोलर वाटर पम्प स्थापित करें और उसके बाद धीरे-धीरे इस संख्या को एक लाख तक ले जाएं।

सी.एम. ने बिजली विभाग को निर्देश दिए कि वे नैट-मीटर्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करें और सोलर रूफटॉप कार्यक्रम के अंतर्गत एक सप्ताह के भीतर नैट-कनसपशन सॉफ्टवेयर के माध्यम से बिङ्क्षलग करें। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही प्रदेश में 500 मैगावाट क्षमता के एक सोलर पार्क को स्थापित करने के लिए संबंधित विभागों की बैठक बुलाने वाले हैं। बैठक में बताया गया कि रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए प्रदेश के सभी राजकीय भवनों का सर्वे किया जा चुका है ताकि उनकी दैनिक बिजली की जरूरत पूरी की जा सके। विभाग ने लाभार्थियों को सोलर शौचालय लैम्प मुहैया करवाने के लिए योजना तैयार की है और यह लैम्प कुल लागत के 10 प्रतिशत के न्यूनतम मूल्य पर मुहैया करवाया जाएगा तथा शेष 90 प्रतिशत की सबसिडी या फंड सी.एस.आर. के तहत स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत विभिन्न संस्थाओं द्वारा निर्मित शौचालयों में बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा। बैठक में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति हेतु जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के पम्पों को बिजली मुहैया करवाने के लिए 12.5 एच.पी. क्षमता का सोलर पम्प भी स्थापित किया है।